March 12, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  जनसुनवाई में जिले की रैंकिंग चार अंक लुढ़क गई है, लेकिन शिकायतों के निस्तारण में संतुष्टि का प्रतिशत बढ़ा है। प्रदेश में दिसंबर में 49वें नंबर पर रहा जिला इस बार चार अंक पिछड़ते हुए 53वें पायदान पर पहुंच गया है। हालांकि अलग-अलग बिंदुओं में कुल प्राप्त अंकों में वृद्धि हुई है।
इससे साफ है कि निचले स्तर पर अफसरों ने शिकायतों के निस्तारण में ठीक से काम शुरू किया है। इससे आने वाले महीनों में रैंकिंग और सुधरेगी।
आईजीआरएस पर  जनसुनवाई को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद से ही जिला प्रशासन की कवायद जारी है। हर बार उतरती-चढ़ती रैंकिंग में कई विभाग ऐसे हैं, जिनके अफसरों ने ठीक से जिम्मा नहीं निभाया। इसमें नगर निगम, जलकल, स्वास्थ्य विभाग, केस्को से लेकर दूसरे विभागों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया।
नए जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने काम संभालने के बाद तीन हफ्ते में जनता दर्शन, निरीक्षण से अधिकारियों को काम के प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए है । सबकी जवाबदेही तय की है । इससे जनवरी की रैंकिंग में 130 अंकों में 118 अंक मिले, जबकि दिसंबर में प्राप्तांक 115 थे। कुल अंकों में 90.77 प्रतिशत अंक मिले हैं।
6 महीने में औसत प्रतिमाह 10,178 शिकायतें मिलीं। आवेदकों की ओर से निस्तारण पर सीएम कार्यालय से 5076 मामलों में लिए गए फीडबैक में 3072 मामलों में असंतुष्टि जताई गई। अफसरों ने 2380 मामलों में काम किया। इससे असंतुष्ट 692 ही रहे। इसमें 24 अंक मिले।
छह माह के औसत में असंतुष्टो की संख्या केवल 267 रही। इससे साफ है कि निचले स्तर पर आख्या लगाने वाले मौके पर जाकर काम कर रहे हैं। 

नोडल अधिकारी एडीएम सिटी डा. राजेश कुमार समेत संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष भी इनकी निगरानी कर रहे हैं।
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि जनता की पीड़ा दूर करने के लिए हर अफसर-कर्मचारी को काम करने के लिए आगे बढ़ना होगा। कोई भी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द ही काम के स्तर में और बेहतरी दिखाई पड़ेगी।