July 1, 2025

संवाददाता

कानपुर।  यूनिडो जापान द्वारा प्रायोजित आईमेक हाइड्रोपोनिक्स उत्पादन प्रणाली विषय पर तीन दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे बैच का शुभारंभ चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शाकभाजी अनुभाग, कल्याणपुर में किया गया। 

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. राजेश कुमार, निदेशक, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा वर्चुअली की गई। अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जापान में विकसित आईमेक तकनीक कृषि आधारित उद्यमिता विकास करने में सहायक होगी। इस तकनीक में प्राकृतिक संसाधनों का न्याय संगत प्रयोग होता है।जिससे यह तकनीक पर्यावरण अनुकूल है। उन्होंने संरक्षण खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मिट्टी रहित माध्यम में सब्जी उत्पादन करने से उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पाद तैयार होगा तथा सब्जियों का पोषक मूल्य भी अधिक होगा। 

कार्यक्रम में यूनिडो, जापान के सोरु हीरात्सुका ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से उद्यमियों, किसानों तथा शोध छात्रों का कौशल विकास किया जाएगा जो रोजगार सृजन में सहायक होगा।  

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोर्स निदेशक डॉ. पी के सिंह ने बताया कि जापानी तकनीक आईमेक का प्रयोग कर पारंपरिक हाइड्रोपोनिक प्रणाली की तुलना में 90% तक पानी की बचत की जा सकती है। शाकभाजी अनुभाग के प्रभारी डॉ. केशव आर्य ने कहा कि आईमेक तकनीक को समस्या ग्रस्त मिट्टियों तथा रेतीली भूमियों में भी प्रयोग किया जा सकता है। कार्यक्रम के कोर्स समन्वयक डॉ. राजीव ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया गया कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न शोध संस्थानों के विषय वेत्ताओ द्वारा हाइड्रोपोनिक्स प्रणाली से संबंधित तकनीकी जानकारी दी जाएगी।

कार्यक्रम में डॉ. हिरोशी योशिओका, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डॉ. यामाहामोतो, जापान डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, डॉ. वी के त्रिपाठी अधिष्ठाता उद्यान संकाय उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों के रूप में 6 उद्यमी, 20 प्रगतिशील किसान तथा 11 शोध छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया ।