कानपुर। कुलपति के मार्गदर्शन में विवि के शिक्षा विभाग, शोध एवं विकास प्रकोष्ठ तथा आतंरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्त्वावधान में 14 दिवसीय अंडरस्टैंडिंग रिसर्च मेथोडोलोजी: पैराडाइम, प्रैक्टिसेज एंड प्रोसेस विषयक राष्ट्रीय शोध कार्यशाला का शुभारम्भ मालवीय भवन में सोमवार को विषय विशेषज्ञ प्रोफेसर डीएन सनसनवाल विवि के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी,महाविद्यालय विकास परिषद के प्रमुख प्रो राजेश कुमार द्विवेदी, कुलसचिव डॉ.अनिल यादव द्वारा देवी सरस्वती के पुष्पार्चन एवं संयुक्त दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। शोध विशेषज्ञ प्रोफेसर सनसनवाल ने शोध के महत्व पर बताया कि शोध में विषय ज्ञान के साथ आधुनिक तकनीक के सदुपयोग द्वारा हम अपने शोध कार्य को वैश्विक महत्ता दिला सकते है। प्रति कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि वर्तमान समय में शोधार्थी को शोध प्राविधि के साथ ही विश्लेषणात्मक सांख्यिकी में भी प्रवीण होने की आवश्यकता है। विवि के शोध एवं विकास प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ. अनुराधा कालानी ने कहा कि यह कार्यशाला विश्वविद्यालय में शोध संस्कृति को बढ़ावा देने वाली होगी तथा शोधार्थियों को शोध के प्रति नवीन नजरिया एवं उत्साह प्रदान करेगी। कुलसचिव डॉ.अनिल यादव ने कार्यशालाओं के आयोजन हेतु प्रोत्साहित किया।
देश भर के विभिन्न राज्यों के केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों के 150 से अधिक शोधार्थी एवं शिक्षक इस कार्यशाला में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग कर रहे है।
कार्यक्रम में स्वागत संबोधन शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि गोरे, आई.क्यू.ए.सी. के निदेशक प्रो. संदीप कुमार सिंह, डॉ. रत्नार्तु: मिश्रा, डॉ विमल सिंह, डॉ.बद्री नारायण मिश्र, डॉ. गोपाल सिंह, डॉ.तनूजा भट्ट, डॉ. प्रियंका मौर्य, डॉ. स्नेह पाण्डेय, प्रिया तिवारी आदि शिक्षक उपस्थित रहे।