April 17, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। 
ऑर्डनेंस फैक्ट्री के अफसर विकास कुमार ने एटीएस से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। विकास ने बताया कि उसे पता था कि नेहा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एजेंट है। इसके बाद भी वह उसे ऑर्डनेंस फैक्ट्री से जुड़े तमाम सारे दस्तावेज और फोटो शेयर करता रहा। 

साक्ष्यों के आधार पर सख्ती से पूछताछ में वह टूट गया। इतना ही नहीं विकास ने नेहा का मोबाइल नंबर मोंटू नाम से सेव कर रखा था। इससे कि किसी को शक नहीं हो। पूछताछ में मिली अहम जानकारी के आधार पर एटीएस की टीम केस में आगे की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
ऑर्डिनेन्स में प्रोडक्शन डिवीजन में जूनियर वर्क्स मैनेजर रहे कुमार विकास ने एटीएस से पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। विकास ने पूछताछ के दौरान बताया कि किस तरह से नेहा से उसकी फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई और यहां तक मामला पहुंचा। विकास ने बताया कि जनवरी 2025 को फेसबुक आईडी के मैसेंजर पर एजेंट नेहा शर्मा ने हाय… का मैसेज भेजा। उसने भी उत्तर दिया जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। एजेंट नेहा ने खुद को मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड मुंबई में कार्यरत बताया। इस वजह से वह झांसे में आ गया और बातचीत शुरू कर दी। इसके बाद विकास ने भी नेहा को अपना मोबाइल नंबर शेयर कर दिया।
विकास ने बताया कि पाकिस्तानी जासूस का नंबर उसने मोंटू नाम से सेव किया था। इससे कि किसी को शक नहीं हो सके। बातचीत होते होते मामला इतना बढ़ गया कि विकास उससे घंटों के हिसाब से बात करने लगा। जब दोनों के बीच इतनी नजदीकी बढ़ गई कि हर तरह की बातें होने लगी। इसके बाद नेहा ने बताया कि वह आईएसआई एजेंट है। अगर वह ऑर्डनेंस फैक्ट्री की गोपनीय सूचनाएं उससे साझा करेगा तो बहुत मोटी रकम मिलेगी और रातो-रात करोड़पति बन जाएगी। आईएसआई एजेंट होने की जानकारी होने के बाद भी विकास ने बातचीत नहीं बंद की। विकास ने बताया कि वह नेहा के हनीट्रैप में इस कदर फंस गया कि वह उससे चाह कर भी बात करना बंद नहीं कर सका।
इतना ही नहीं उसे ऑर्डनेंस फैक्ट्री के फोटो, गोपनीय डाक्यूमेंट व फैक्ट्री में बनने वाले गोला बारूद के फोटोज व्हाट्सएप पर शेयर किए। जो बातें ओर फोटो वह भेजता उसे डिलीट भी कर देता था। 

एटीएस ने नेहा की फोटो और सभी गोपनीय सूचनाएं मोबाइल की गैलरी से बरामद कर ली हैं। बरामद दस्तावेजों में कर्मचारियों की अटेंडेंस शीट की फोटो, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की मशीनों के फोटो, प्रोडक्शन संबंधी चार्ट, गोला बारूद के शैल की फोटो आदि शामिल हैं। उसने एटीएस को बताया कि नेहा अधिकतर वाइस कॉल करती थी। यदा-कदा ही वह वीडियो कॉल से बात करती थी।
विकास कुमार ने एटीएस को पूछताछ में बताया कि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री हजरतपुर फिरोजाबाद में कार्यरत रविंद्र कुमार की गिरफ्तारी के बाद नेहा के साथ हुई व्हाट्सएप चैट को डिलीट कर दिया था। वह डर गया था, उसे शक था कि अब उसे भी एटीएस अरेस्ट कर सकती है। इस वजह से उसने नेहा से बातचीत से संबंधित जो भी जानकारी थी सब डिलीट कर दिया था। 

एटीएस ने पूछा कि आर्डिनेंस फैक्ट्री एक प्रतिबंधित व प्रतिषेध स्थान है। यहां की फोटो व दस्तावेज गोपनीय, महत्वपूर्ण हैं। उनको किसी से शेयर करना अपराध है। इस पर विकास ने कहा कि वह यह सब कुछ जानता था, लेकिन इसके बाद भी नेहा के जाल में ऐसा फंसा कि गोपनीय सूचनाएं साझा कर दी।