
संवाददाता
कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने अपने ऑनलाइन एम.टेक., एम.एससी. और पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। यह कदम देश के सभी प्रोफेशनल और नए ग्रेजुएट्स को बेहतर शिक्षा पाने का नया मौका देता है।
प्रोफेसर-इन-चार्ज, ऑफिस ऑफ आउटरीच एक्टिविटीज़, प्रो. विमल कुमार ने बताया कि भविष्य उन्हीं का है जो बदलाव को अपनाते हैं और नवाचार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं।
आईआईटी कानपुर के नए ऑनलाइन एम.टेक., एम. एससी. और पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम्स ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा को आईआईटी कानपुर की उच्च शिक्षा के स्तर के साथ जोड़ते हैं, ताकि छात्र तकनीक, अर्थशास्त्र और नए क्षेत्रों में आगे बढ़ सकें और नेतृत्व कर सकें। ये प्रोग्राम विद्यार्थियों को टेक्नोलॉजी, अर्थशास्त्र और नए उभरते हुए क्षेत्रों में नेतृत्व के लिए तैयार करते हैं।
चाहे आप प्रोफेशनल हों, ग्रेजुएट हों या सीखने के प्रति उत्साही हों ये प्रोग्राम आपके ज्ञान और कौशल को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का अवसर प्रदान करते हैं।
आईआईटी कानपुर के नए ऑनलाइन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदकों के पास अपनी पात्रता डिग्री में न्यूनतम 5.5 सीपीआई या 55% अंक होना आवश्यक है। प्रवेश प्रक्रिया राष्ट्रीय स्तर की मान्य परीक्षाओं के वैध स्कोर और विभाग द्वारा निर्धारित कट-ऑफ के आधार पर होगी। इसके अलावा, आवेदक आईआईटी कानपुर की ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
छात्रों को अपनी सुविधा के अनुसार सीखने का अवसर मिलेगा, वे एम.टेक./एम.एससी. कार्यक्रम 2 से 4 साल में और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रम 1 से 2 साल में पूरा कर सकेंगे। साथ ही उन्हें आईआईटी कानपुर के शिक्षकों से सीधा मार्गदर्शन और इंटरएक्टिव ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ मिलेगा। छात्र अपनी नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई जारी रख सकते हैं और आईआईटी कानपुर के दीक्षांत समारोह में मान्यता प्राप्त डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करेंगे। साथ ही, उन्हें आईआईटी कानपुर के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के नेटवर्क से जुड़ने और एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा।
इन कार्यक्रमों से जुड़ने वाले छात्र आईआईटी कानपुर की विशेष पहचान — नवाचार, नेतृत्व और समाज में योगदान की परंपरा — से जुड़ेंगे। यह कार्यक्रम छात्रों को इस तरह तैयार करेगा कि वे भविष्य में तकनीक, अर्थशास्त्र, नीति और नए उभरते क्षेत्रों में नेतृत्व करने में सक्षम बन सकें।