आ स. संवाददाता
कानपुर। आईआईटी कानपुर साइबर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब, अमेरिका के तुलसा विश्वविद्यालय के सहयोग से डिजिटल फोरेंसिक पर 21वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम 6 से 7 जनवरी, 2025 को नई दिल्ली के इरोस होटल में होगा, जिसमें डिजिटल फोरेंसिक के क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञ और शोधकर्ता एक साथ आएंगे।
इस सम्मेलन में फोरेंसिक प्रयोगशालाओं सहित विभिन्न जांच एजेंसियों के प्रमुख व्यक्तियों, के साथ शिक्षाविद, शोधकर्ता, कानून प्रवर्तन कर्मी, सरकारी अधिकारी भाग लेंगे।
भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक लेफ्टिनेंट जनरल एम. उन्नीकृष्णन नायर डिजिटल फोरेंसिक में उभरती प्रौद्योगिकियों के कारण उत्पन्न चुनौतियों के विषय पर और भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निदेशक डॉ. गौरव गुप्ता विकसित डिजिटल फोरेंसिक इकोसिस्टम विषय पर व्याख्यान देंगे।
इस कॉन्फ्रेंस के ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन, आईआईटी जोधपुर के डीन डॉ. सोमित्र कुमार सनाढ्य ने सम्मेलन के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
डिजिटल फोरेंसिक पर आईएफआईपी वर्किंग ग्रुप 11.9 वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चिकित्सकों का एक सक्रिय अंतरराष्ट्रीय समुदाय है जो डिजिटल फोरेंसिक के महत्वपूर्ण क्षेत्र में अनुसंधान और अभ्यास को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है।
सी3आई एक टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब है, जिसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में स्थापित किया गया है, जो इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स पर राष्ट्रीय मिशन के तहत विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। यह हब साइबर-भौतिक प्रणालियों की साइबर सुरक्षा को पूरी तरह से संबोधित करता है। यह हब महत्वपूर्ण साइबर-भौतिक प्रणालियों में सुरक्षा खामियों का पता लगाता है, और उनको दूर करने के लिए सुरक्षा उपकरण विकसित करता है, सुरक्षा उपकरणों का व्यावसायीकरण करने के लिए स्टार्टअप्स और उद्योगों के साथ साझेदारी करता है, और साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं की अगली पीढ़ी को प्रशिक्षण प्रदान करता है।