–इनोवेशन कैटेगरी में मिली 7 वीं रैंक, तो इंजीनियरिंग कैटेगरी में चौथा स्थान।
आज़ाद समाचार सं०
कानपुर। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क- 2024 में आईआईटी कानपुर अपने 5 वें स्थान पर ही काबिज है। ये रैंकिंग ओवर ऑल कैटेगरी में संस्थान को मिली है। वहीं, इनोवेशन कैटेगरी में आईआईटी पहले स्थान से सीधे 7 वें स्थान पर आ गया, जो संस्थान के लिए चिंता का विषय बन गया है।इंजीनियरिंग कैटेगरी की रैंक में संस्थान चौथे स्थान है। वहीं, इस बार छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की भी एनआईआरएफ में एंट्री हो गई है। कानपुर विश्विवद्यालय को 101-125 रैंकिंग बैंड में रखा गया है।केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देशभर के उच्च व तकनीकी संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर एनआईआरएफ रैंकिंग जारी की है। इस सूची में कानपुर के तीन संस्थानों को स्थान मिला है। आईआईटी कानपुर को जहां ओवरआल रैंकिंग में 5 वां स्थान, इंजीनियरिंग रैंकिंग में चौथा स्थान, मैनेजमेंट रैंकिंग में 29 वां स्थान, इनोवेशन रैंकिंग में 5 वां स्थान और रिसर्च इंस्टीट्यूट किंग में 7 वां स्थान मिला है।वहीं, एचबीटीयू को स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 51 से 100 रैंकिंग बैंड में स्थान मिला है। इसी तरह, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के फार्मेसी संस्थान को भी फार्मेसी रैकिंग में 101 से 125 के रैंकिंग बैंड में स्थान मिला है। एनआईआरएफ को मैनेजमेंट केटेगरी रैंकिंग में आईआईटी कानपुर की रैंक लगातार गिर रही हैं। 2020 में 16 वें स्थान से आईआईटी अब 29 वें स्थान पर पहुंच गया है। रिसर्च इंस्टीट्यूट कैटेगरी में भी आईआईटी की रैंक में गिरावट आई है। रिसर्च इंस्टीट्यूट कैटेगरी में 2021 से रैंक जारी हो रही है। पिछले तीन वर्षों से आईआईटी कानपुर 6वें स्थान पर था। 2024 में एक रैंक को गिरावट के साथ सातवें स्थान पर आ गया है। ये संस्थान के लिए चिंता का विषय बन गया है।आईआईटी संस्थान के डॉयरेक्टर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि इनोवेशन कैटेगरी में डाटा पॉलिसी बदलने से इस बार रैंकिंग गड़बड़ाई है। इसको लेकर हम लोग चिंतित है। इसका रिव्यू किया जाएगा, ताकि आगे की रैंकिंग को सुधार सके।
कानपुर। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क- 2024 में आईआईटी कानपुर अपने 5 वें स्थान पर ही काबिज है। ये रैंकिंग ओवर ऑल कैटेगरी में संस्थान को मिली है। वहीं, इनोवेशन कैटेगरी में आईआईटी पहले स्थान से सीधे 7 वें स्थान पर आ गया, जो संस्थान के लिए चिंता का विषय बन गया है।इंजीनियरिंग कैटेगरी की रैंक में संस्थान चौथे स्थान है। वहीं, इस बार छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय की भी एनआईआरएफ में एंट्री हो गई है। कानपुर विश्विवद्यालय को 101-125 रैंकिंग बैंड में रखा गया है।केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देशभर के उच्च व तकनीकी संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर एनआईआरएफ रैंकिंग जारी की है। इस सूची में कानपुर के तीन संस्थानों को स्थान मिला है। आईआईटी कानपुर को जहां ओवरआल रैंकिंग में 5 वां स्थान, इंजीनियरिंग रैंकिंग में चौथा स्थान, मैनेजमेंट रैंकिंग में 29 वां स्थान, इनोवेशन रैंकिंग में 5 वां स्थान और रिसर्च इंस्टीट्यूट किंग में 7 वां स्थान मिला है।वहीं, एचबीटीयू को स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 51 से 100 रैंकिंग बैंड में स्थान मिला है। इसी तरह, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के फार्मेसी संस्थान को भी फार्मेसी रैकिंग में 101 से 125 के रैंकिंग बैंड में स्थान मिला है। एनआईआरएफ को मैनेजमेंट केटेगरी रैंकिंग में आईआईटी कानपुर की रैंक लगातार गिर रही हैं। 2020 में 16 वें स्थान से आईआईटी अब 29 वें स्थान पर पहुंच गया है। रिसर्च इंस्टीट्यूट कैटेगरी में भी आईआईटी की रैंक में गिरावट आई है। रिसर्च इंस्टीट्यूट कैटेगरी में 2021 से रैंक जारी हो रही है। पिछले तीन वर्षों से आईआईटी कानपुर 6वें स्थान पर था। 2024 में एक रैंक को गिरावट के साथ सातवें स्थान पर आ गया है। ये संस्थान के लिए चिंता का विषय बन गया है।आईआईटी संस्थान के डॉयरेक्टर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि इनोवेशन कैटेगरी में डाटा पॉलिसी बदलने से इस बार रैंकिंग गड़बड़ाई है। इसको लेकर हम लोग चिंतित है। इसका रिव्यू किया जाएगा, ताकि आगे की रैंकिंग को सुधार सके।