August 3, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर।  आई आई टी कानपुर एलुमनी एसोसिएशन द्वारा भारत इंटेलिजेंस समिट 2025 का आयोजन, 26 अप्रैल 2025 को आई आई टी एलुमनी सेंटर, बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा।

यह समिट भारत के डीपटेक परिदृश्य में शामिल सभी हितधारकों के बीच रचनात्मक सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। इसमें उभरते हुए स्टार्टअप्स, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स , शैक्षणिक संस्थान और निवेश समुदाय एक साथ आएंगे ताकि स्वदेशी तकनीकों के विकास को गति दी जा सके।

आई आई टी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल अग्रवाल ने आयोजन के लिए आईआईटी कानपुर एलुमनी एसोसिएशन को शुभकामनाएं दी हैं। भारत के डीपटेक हब बनने के लक्ष्य को देखते हुए, तकनीकी संस्थानों और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स के बीच सहयोग एक स्वाभाविक कदम है। इनके पास मौजूद गहन ज्ञान, वैश्विक पहुंच और अनुसंधान क्षमताएं हमारे राष्ट्रीय डीपटेक लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगी। यह पहल भारत सरकार की विकसित भारत 2047 और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य तकनीकी आत्मनिर्भरता, नवाचार-आधारित उद्यमिता और उच्च गुणवत्ता वाले बौद्धिक पूंजी का विकास है।

इस कार्यक्रम में उच्च-प्रभाव वाले सत्रों की विशेषता होगी, जिनमें नीति चर्चाएं, सीमा प्रौद्योगिकियों पर उद्योग-विशिष्ट पैनल, ईएसजी कार्यान्वयन और आर एंड डी मॉडल शामिल होंगे, साथ ही इंटरैक्टिव डेमो, उभरती प्रौद्योगिकी प्रदर्शनियां और शैक्षणिक-उद्योग प्रदर्शनियां भी शामिल होंगी। क्यूरेटेड नेटवर्किंग लाउंज और पिच प्रतियोगिताएं जीसीसी, स्टार्टअप्स और निवेशकों के बीच सार्थक जुड़ाव के अवसर प्रदान करेंगे। समर्पित स्थान जैसे कि सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन पैवेलियन और एआई और क्वांटम रिसर्च शोकेस अत्याधुनिक समाधानों पर प्रकाश डालेंगे।

आयोजन के मुख्य वक्ताओं में संकेत अटल, नवनीत कपूर, हर्ष खन्ना, संतोष मिश्रा, रामा रामकृष्णन, आलोकनाथ डे, संजय गुप्ता, प्रो. सच्चिदानंद त्रिपाठी, प्रो. ऋषिकेश कृष्णन, प्रो. सदागोपन शामिल हैं। वहीं, अन्य प्रमुख विशेषज्ञ जैसे- राजेश ओझा, राजीव पराशर, अनुज गुप्ता, और सुनील गुप्ता भी हिस्सा लेंगे। 

इस आयोजन का नेतृत्व जय शंकर शर्मा, चेयरपर्सन, स्टार्टअप मास्टर क्लास और डॉ. मंजीर मजूमदार, अध्यक्ष, एलुमनी एसोसिएशन बेंगलुरु चैप्टर कर रहे हैं। वहीं, आईआईटी कानपुर का प्रतिनिधित्व इसके पूर्व छात्रों, संकाय और प्रशासनिक नेतृत्व द्वारा किया जाएगा, जो पूर्व छात्रों के नेतृत्व वाली, प्रभाव-संचालित पहलों के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा देने और डीपटेक उद्यमिता को सक्षम करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा।

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