– फिजिकल क्राइम से कहीं ज्यादा बढ गए साइबर क्राइम।
कानपुर। साइबर सिक्योरिटी वोकेशनल कोर्स पढकर छात्र आम नागरिकों को साइबर अटैक से बचाने के लिए आगे आ सकते हैं और उनकी सुरक्षा का खाका तैयार कर सकते हैं। ये विचार शनिवार को आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कानपुर विश्व विद्यालय के परिसर में साइबर सिक्योरिटी वोकेशनल कोर्स की शुरुआत करने के दौरान छात्रों के समक्ष व्यक्त किए । इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के समय को देखते हुए सभी को जागरूक होने की बहुत जरूरत है, जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है वैसे-वैसे साइबर अटैक भी बढ़ रहे हैं। अब फिजिकल क्राइम कम हो गए हैं और साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं। इसको देखते हुए भविष्य के लिए यह कोर्स बहुत ही प्रभावशाली है। निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि हर व्यक्ति को एक जागरूक नागरिक बनना चाहिए। इस कोर्स के माध्यम से हम छात्र-छात्राओं को बताएंगे कि आखिरकार किस तरह से साइबर अटैक से बचा जा सकता है और दूसरों को भी बचाया जा सकता है। आने वाले समय में यह कोर्स एक मील का पत्थर साबित होगा।प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि पहले के समय में ओटीपी पूछ कर खाते से पैसा निकाल लिया जाता था, लेकिन अब जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बदल रही है साइबर अटैक करने वालों का सिस्टम भी बदल रहा है। अब लोग आपका मोबाइल हैक कर लेते हैं और उसकी सारी रिकॉर्डिंग कर लेते हैं। सभी पासवर्ड और अन्य चीज जानने के बाद वह आपके मोबाइल में से जरूरी डेटा चुराते हैं। आपके कांटेक्ट नंबर लेते हैं और इसके बाद आपका बैंक खाता खाली कर देते हैं।उन्होंने कहा कि रूस, यूक्रेन जैसे देशों में सबसे ज्यादा साइबर अटैक होते हैं, लेकिन वहां पर होने वाले अटैक अलग होते हैं। डिफेंस सिस्टम को हैंग कर लेना, किसी सरकारी संस्थान पर साइबर अटैक करना जैसी चीज होती है, लेकिन अपना भारत टेक्नोलॉजी में बहुत आगे निकल चुका है तो यहां पर मोबाइल को हैंग करना, ओटीपी पूछ कर खाते से पैसा निकाल लेना जैसे अपराध ज्यादा हो रहे हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि इस कोर्स को हिंदी में तैयार किया गया है ताकि हर छात्र-छात्राएं इस कोर्स को पढ़ें और जागरूक हो। इस कोर्स को पढ़ने वाले छात्र साइबर अटैक से खुद को तो सुरक्षित रखेंगे ही और आने वाले समय में उनको इसका काफी फायदा भी मिलेगा।अगर हम खुद को सुरक्षित कर लेंगे तो साइबर अटैक के मामले काफी कम हो जाएंगे। फिजिकल क्राइम करने वालों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है लेकिन आज साइबर अटैक करने वाले लोग दूर बैठे लोगों को भी आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं और लाखों रुपए की चपत लगा देते हैं।प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी देश मे बढ़ रही है वैसे-वैसे साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। इसको देखते हुए आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल की देखरेख में इस कोर्स को डिजाइन किया गया है। ये कोर्स युवा पीढ़ी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।आज इस कोर्स को हर वर्ग के सामने लाया गया है ताकि युवा वर्ग इस चीज से जागरूक बने और यह कोर्स आने वाले समय में एक महत्वपूर्ण कोर्स के रूप में उभरकर आएगा, ऐसी पूरी उम्मीद है। आज देश में साइबर अटैक के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। हमारी जरा सी गलती से लाखों का नुकसान हो जाता है। इससे बचने के लिए ही इस कोर्स को डिजाइन किया गया है।