July 1, 2025

संवाददाता

कानपुर। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनियां नगर निगम को फर्जी रिपोर्ट दे रही हैं। सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों की जांच में दीक्षांक कंपनी के फर्जीवाड़े की असलियत सामने आ गई है। कंपनी की ओर से कूड़ा कलेक्शन को लगाई गईं गाड़ियां सुबह का कूड़ा शाम तक उठा रही हैं।
कंपनी की प्रगति रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले दो महीने में 40 फीसदी तक कूड़ा उठान में सुधार हुआ है। जब सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों ने रिपोर्ट की हकीकत जानी तो कंपनी की रिपोर्ट में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, जिसके बाद नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कंपनी को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा है।
दीक्षांक कंपनी की ओर से जोन-3 एवं 4 के सभी वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है। कंपनी की ओर से लगातार लापरवाही बरती जा रही है। 

पिछले दिनों महापौर व नगर आयुक्त ने बैठक कर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य की समीक्षा की, जिसमें पाया गया कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की प्रगति अच्छी नहीं थी।
जिसके बाद एक पायलट प्रोजक्ट शुरू किया गया। जिसका उद्देश्य डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को मजबूत करना था। इसके लिए सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों को जांच में लगाया गया था। इसके बाद कंपनी से रोजाना प्रगति कार्य की रिपोर्ट ली जाने लगी। कंपनी ने रिपोर्ट में बताया कि पिछले 2 महीने में कूड़ा कलेक्शन में 40 प्रतिशत सुधार हुआ।
जब इसका सत्यापन किया गया तो जमीनी हकीकत कुछ और थी। सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों ने जांच में पाया कि दीक्षांक कंपनी की ओर से लगाए गए डोर टू डोर वाहन समय से वार्डों में नहीं पहुंचते हैं। बीट रूट के मुताबिक घरेलू व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से अनियमित कूड़ा उठान कर रहे हैं।
वाहनों का अनियमित संचालन हो रहा है, इसके साथ ही डोर टू डोर वाहनों की संख्या को बढ़ाया नहीं गया है। जिससे पूरा कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। डोर टू डोर वाहनों में लगे कर्मचारी ड्रेस कोड में भी नहीं जाते हैं। इलाकाई लोगों ने कंपनी की जमकर शिकायत की है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित सिंह ने बताया कि कंपनी को नोटिस जारी कर 3 दिनों में जवाब मांगा गया है।

सफाई एवं खाद्य निरीक्षक वार्ड के 100 घरों में पहुंचे और कूड़ा उठ रहा है या नहीं इसका इलाकाई लोगों से फीडबैक लिया। कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों का भी औचक निरीक्षण किया। कितनी गाड़ियां आती हैं या किस समय आती हैं इसकी भी जानकारी ली गई। किन किन गलियों से कूड़ा आज भी नहीं उठता है और कितना कूड़ा सड़क पर आता है इसको भी जांचा गया है।
जोन 4 से जुड़े वार्ड और मौहल्लों में शत प्रतिशत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं किया रहा है। जांच में कंपनी को दी गई गाड़ियां भी लाइव लोकेशन से गायब मिलीं हैं। संस्था पर कार्य में लापरवाही के कारण पिछले दिनों 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया था। 

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित सिंह ने बताया कि अगर कंपनियां सुधार नहीं करतीं हैं तो उनको ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।