संवाददाता
कानपुर। दिल्ली से कानपुर आ रही शताब्दी एक्सप्रेस में एक डेढ़ साल की बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्ची ने उल्टी और दस्त की शिकायत थी। मां ने आरपीएफ से मदद मांगी। ट्रेन में की गई अनाउंसमेंट के बाद ट्रेन में मौजूद डॉक्टर ने पहुंचकर उसका इलाज किया।
शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन जब पनकी के पास थी, तब आरपीएफ जवानों ने ट्रेन में डॉक्टर की तलाश के लिए घोषणा की। कानपुर हैलट के डॉ. मनीष यादव, जो सी-7 कोच में यात्रा कर रहे थे, तुरंत सी-2 कोच में पहुंचे। उन्होंने अन्य यात्रियों से दवाएं लेकर बच्ची का इलाज किया।
डॉ. मनीष यादव मेडिकल कॉलेज के बाल रोग चिकित्सालय के पूर्व सीएमएस हैं। वे वर्तमान में हैलट में अधिकारी केंद्रीय भंडार के पद पर कार्यरत हैं।

तबियत बिगड़ने पर बच्ची की मां ने पहले ट्रेन रुकवाने का आग्रह किया था। लेकिन क्षेत्र में अंधेरा और जंगल होने के कारण आरपीएफ जवानों ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने ट्रेन में डॉक्टर को ढूंढने के लिए घोषणा की।
डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं से बच्ची की हालत में सुधार हुआ। ट्रेन के कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ जवानों ने बच्ची और उसकी मां को सकुशल घर भेज दिया।