कानपुर। प्रदेश के हर जिले में हो रही तेज मानसूनी बारिश और पीछे से छोडा जा रहा लाखों क्यूसेक पानी अब गंगा के चेतावनी बिन्दु को पार कर गया है। जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग गंगा के बढते जलस्तर पर पैनी निगाह बनाए हुए हैं। गंगा में बढते हुए जलस्तर से फिर बाढ़ से हालात की स्थिति बनने लगी है। कटरी के भोपालपुरवा में जहां 50 बीघा फसल बाढ़ के पानी में समां गई है। वहीं शाम तक गांव में पानी पहुंचने की आशंका हैजतायी गयी है।मौजूदा हालातों को देखते हुए प्रशासन 24 घंटे निगरानी कर रहा है। वहीं शुक्लागंज के 9 मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां सड़कों पर नाव चल रही है। नरवल तहसील के डोमनपुर के विजयनगर गांव के सामने कटरी के खेतों में भी गंगा नदी का पानी भर गया है। गंगा बैराज में गंगा का जलस्तर अपस्ट्रीम में चेतावनी बिंदु से 1 मीटर ऊपर बह रहा है। यहां जलस्तर 114.2 मीटर दोपहर 12 बजे तक रिकॉर्ड किया गया। जबकि पहले 113.46 मीटर पर जलस्तर बना हुआ था। शुक्लागंज में भी तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है। यहां 112.66 मीटर जलस्तर रिकॉर्ड किया गया है। वहीं पांडु नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ने लगा है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं। इनकी ओपनिंग भी बढ़ा दी गई है। कानपुर से बुधवार दोपहर तक भारी मात्रा 3,50,250 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे बैराज में जलस्तर को मेंटेन किया जा सके। बावजूद इसके जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्लागंज में भी यही हालात बने हुए हैं। गंगा यहां खतरे के निशान से 24 सेमी दूर बह रही हैं। शुक्लागंज के सैय्यद नगर, करबला, नई बस्ती, गोताखोर मोहल्ला, चंपापुरवा, रविदास नगर, मनोहर नगर, हुसैन नगर और मिश्रा कॉलोनी में बाढ़ का पानी घुस गया है।