November 22, 2024

कानपुर। आगजनी मामले में जेल में बन्द पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को अभी भी देश की न्यायपालिका पर पूरी तरह से भरोसा है। उन्होंने कहा कि अगर उनके पति इरफान को सजा के खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे मिल जाए तो फिर किसी चीज की जरूरत नहीं है। यही नही उन्होंने चुनाव लडने के बात पर कहा कि समाजवादी पार्टी उनके परिवार की तरह है और उसके अध्यक्ष मुखिया है वो उनके हर निर्णय को सिर माथे रखेंगी। जेल से पेशी पर आए अपने पति से न मिल पाने से निराश नसीम ने की विधायक की सुरक्षा को लेकर चिन्ता जतायी और बताया कि महराजगंज से कानपुर का रास्ता बेहद कठिन है। इसलिए डर बना हुआ है कोर्ट में पेशी से पहले उनकी गाड़ी के पीछे-पीछे परिवार के लोग आते हैं।-उपचुनाव में सपा इस सीट से नसीम को चुनाव लड़ाने जा रही है। हालांकि, नसीम चुनाव लड़ने के सवाल पर सीधा जवाब नहीं देती हैं। नसीम सोलंकी ने कहा- पति इरफान को जान बूझकर टारगेट किया जा रहा है। इरफान के खिलाफ 15 से ज्यादा मुकदमे हैं, जेल में बंद होने के कारण परिवार के लिए मुस्किले सामने आ रही है। वो परिवार से दूर हैं घर के छोटे-छोटे बच्चे भी कोर्ट में मुलाकात करने जाते हैं तो उनको मिलने नहीं दिया जाता। परिवार को लगातार परेशान किया जा रहा है। जेल मिलने  जाओ तो वहां बहुत मुश्किल से मुलाकात हो पाती है। कानपुर से लंबा सफर तय करके जाना पड़ता है। मुलाकात सिर्फ 20 मिनट की होती है। एक महीने में 4 बार महराजगंज जाना होता है। हर हफ्ते मुलाकात करनी होती है। रास्ता बेहद कठिन है, लास्ट टाइम कांवड़ियों की वजह से रूट डायवर्जन था। बहुत घूमकर जाना पड़ा। लेकिन जाना है, तो जाना ही है। उन्होंने उम्मीद जतायी है, कोशिश उसी चीज के लिए है कि चुनाव न हो। शुरुआत से मुकदमा झूठा है। आगे की लड़ाई लड़नी है। अब थक कर रुक तो नहीं सकते आगे की लड़ाई जारी रखेंगे। अखिलेश यादव की बात है, तो उनकी बात सिर-माथे पर है। कोशिश तो यही है कि हाईकोर्ट से इरफान की सजा पर स्टे मिल जाए। अगर ऐसा हुआ, तो चुनाव की जरूरत नहीं पड़ेगी। बाकी तो अल्लाह मालिक। वक्त अच्छा होगा, तो सारी चीजें अच्छी हो जाएंगी। सीसामऊ विधानसभा से सपा विधायक रहे इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी को कोर्ट ने 7 साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने यह सजा जाजमऊ में नजीर फातिमा नाम की एक महिला का घर जलाने पर सुनाई थी। सजा रद्द करने के लिए उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दायर की है। इरफान महाराजगंज जेल में बंद है। सजा की वजह से इरफान की विधायकी रद्द कर दी गई। हाईकोर्ट से अगर सजा पर रोक लगती है तो विधायकी वापस मिल सकती है।