
संवाददाता
कानपुर। एक युवक के साथ सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर महाराजपुर थाने में दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज करके पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई।
महाराजपुर के बौसर निवासी रामजी तिवारी ने बताया कि 2017 में उन्नाव के एक इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक और लिपिक पद के लिए विज्ञापन निकला था। पीड़ित ने लखनऊ के विराज खंड गोमती नगर और प्रतापगढ़ के भुआलपुर किला निवासी विद्यालय के प्रबंधक वीरेंद्र सिंह से संपर्क किया।
प्रबंधक वीरेंद्र और उनके बेटे दीपक ने सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति दिलाने का वादा किया। दोनों ने दो किश्तों में पीड़ित से 15 लाख रुपये ले लिए। आरोपियों ने जिला विद्यालय निरीक्षक उन्नाव के कार्यालय में फर्जी नियुक्ति पत्र दिया।
पीड़ित को इंटर कॉलेज में कूटरचित दस्तावेजों के साथ ज्वाइनिंग के लिए कहा गया। जब पीड़ित फोन करता था तो आरोपी टालमटोल करने लगे। जांच में नियुक्ति पत्र फर्जी निकला। पीड़ित 2017 से अधिकारियों से शिकायत कर रहा था।
महाराजपुर थाना प्रभारी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर वीरेंद्र सिंह और दीपक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।