July 1, 2025

संवाददाता

कानपुर।  कोर्ट से दोषमुक्त कराने के लिए जज के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले शातिर शब्बीर अहमद के खिलाफ एक साल चार माह बाद कोहना थाने में एक और एफआईआर दर्ज हुई है। इस बार कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात रहे एक इंस्पेक्टर की पत्नी ने डीसीपी सेन्ट्रल के आदेश पर कोहना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना कोहना में तैनात पूर्व इंस्पेक्टर को भतीजे की हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने और खुद इंस्पेक्टर को प्लॉट दिलाने के नाम पल 8 लाख की ठगी की गई थी। इतना ही नहीं आरोपी ने इंस्पेक्टर को धमकी तक दी। इस मामले में डीसीपी सेन्ट्रल के आदेश पर एक साल चार माह बाद शातिर और उसकी पत्नी के खिलाफ पीड़ित इंस्पेक्टर की पत्नी की तहरीर पर थाना कोहना में धोखाधड़ी जालसाजी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। कोहना पुलिस के मुताबिक विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विष्णु कीर्ति अपार्टमेंट कोहना निवासी अरुण सिंह इंस्पेक्टर हैं। उनकी पत्नी अनुपम सिंह के मुताबिक वर्तमान में पति इंस्पेक्टर एयरपोर्ट प्रयागराज के पद पर तैनात है। अनुपम के मुताबिक इससे पूर्व अरुण सिंह 5 जनवरी 2021 से 8 नवम्बर 2023 तक कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात रहे हैं। जिसमें 18 जून 2023 से 21 अक्टूबर 2023 तक अरुण सिंह कोहना इंस्पेक्टर के पद पर तैनात रहे हैं। कोहना थाने के कार्यकाल के दौरान अरुण सिंह की मुलाकात रामलीला मैदान केडीए कालोनी निवासी शब्बीर अहमद से हुई थी। उस दौरान शब्बीर अहमद द्वारा बताया था कि वह मुख्यमंत्री का ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी है और राजनेताओं व न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों से उसके अच्छे सम्पर्क व सम्बन्ध है। इस दौरान शब्बीर अहमद ने कई राजनेताओं एवं उच्च अधिकारियों के साथ अपनी फोटो भी दिखाई थी। जिसे देखकर एवं उसकी बातचीत सुनकर अरुण ने उसपर विश्वास कर लिया। आरोपी शब्बीर अहमद द्वारा कई लोगों को नौकरी दिलवाने एवं अधिकारियों व कर्मचारियों के ट्रान्सफर व पोस्टिंग कराने की बात भी बताई गई थी। इसके अलावा उसने कहा था कि वह बड़े पैमाने पर जमीन की प्लाटिंग का भी काम करता और करवाता है। लखनऊ व कानपुर रोड पर कई बीघे में उसका प्लाटिंग का काम चल रहा है।
अनुपम सिंह के मुताबिक शब्बीर की बातों में आकर पति अरुण सिंह ने 1 अक्टूबर 2023 को एक प्लॉट खरीदने के नाम पर 5 लाख और भतीजे की हाईकोर्ट में नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लाख रुपए शब्बीर को दे दिए थे। शब्बीर और उसकी पत्नी उनके घर पर रुपए लेने के लिए आए थे। इस दौरान शब्बीर अहमद की पत्नी ने भी आश्वासन दिया था कि 2 माह के अंदर काम हो जाएगा।
अनुपम के मुताबिक कुछ समय तक तो शब्बीर फोन पर बात करते रहे मगर उसके बाद फोन उठाना बंद कर दिया। तब इंस्पेक्टर अरुण सिंह को संदेह हुआ। किसी तरह से अरुण सिंह ने आरोपी से दोबारा सम्पर्क स्थापित किया तो पैसों की बात पर वो टाला मटोली करने लगा। तब अरुण सिंह ने अपना पैसा वापस मांगना शुरू किया।
अनुपम सिंह के मुताबिक पति ने जब दबाव बनाना शुरू किया तो 10 नवम्बर 2023 को शब्बीर अहमद ने 3 लाख रुपए नगद जाजमऊ में अपने ऑफिस में व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज बाजपेई के सामने दिए। साथ ही 20 नवम्बर 2023 को 4 लाख रुपए देने का वादा किया। मगर उस तारीख पर रुपए नहीं दिए। इसके बाद अरुण सिंह का ट्रांसफर हो गया। अनुपम के मुताबिक फिर पति ने दबाव बनाना शुरू किया तो 6 दिसम्बर 2023 को लगभग दो लाख रुपए तीन बार में उसने अनुपम के बैंक खाते में दिए।
अनुपम के मुताबिक अरुण को पता चला कि शब्बीर अहमद ने धोखाधड़ीं व ठगी करते हुए सावित्री नगर निवासी वसीम के पुत्र को न्यायालय द्वारा मुकदमें से दोषमुक्त कराने के लिए जज के नाम पर 4 लाख रूपये मांगे हैं। शब्बीर अहमद की बात पर विश्वास करके वसीम उपरोक्त ने अपने पुत्र को सजा से बचाने के लिए बतौर एक लाख रूपये एडवांस भी दे दिया था। मगर उसके बाद जब वसीम के बेटे को सजा हो गई। जिसपर वसीम ने सन 2023 में शब्बीर के खिलाफ जाजमऊ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। जिसमें पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
अनुपम के मुताबिक जेल से छूटने के बाद शब्बीर अहमद से जब पति अरुण सिंह ने 30 दिसम्बर 2023 को चार लाख रुपए मांगे तो उसने धमकी दी। अनुपम के मुताबिक शब्बीर ने कहा कि आप मुझे नहीं जानते हैं अब मैं आपको अपना असली पावर दिखलाउँगा। इसके साथ ही उसने कहा कि अगर 10 लाख रुपये रंगदारी मुझे नहीं दी तो तुम्हारे खिलाफ गम्भीर आरोपों का मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवा दूंगा। वह फोन पर ही अरुण को गंदी गालियां देने लगा।
शब्बीर के फोन पर गाली गलौज का जब इंस्पेक्टर अरुण सिंह ने विरोध किया तो उसने धमकी देते हुए कहा कि मैं बहुत पावरफुल हूं। अगर मुझे पैसा नहीं मिला तो पूरे परिवार को जान से मरवा दूंगा।
इंस्पेक्टर कोहना अवधेश कुमार ने बताया कि डीसीपी सेन्ट्रल के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में जल्द विवेचना करके जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।