आ स. संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर नगर पालिका में कथित भ्रष्टाचार और सांप्रदायिक भेदभाव के विरोध में चार सभासद आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। सभासद अतुल तिवारी, रामकुमार राठौर, कांति राठौर और पदम कटियार ने नगर पालिका अध्यक्ष इकलाख खान और अधिशाषी अधिकारी अंजनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सभासदों का आरोप है कि पालिका प्रशासन एक समुदाय विशेष को आउटसोर्सिंग में नौकरियां, सरकारी योजनाओं का लाभ और विकास कार्यों की ठेकेदारी में प्राथमिकता दे रहा है। पिछले एक सप्ताह से वे विभिन्न तरीकों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। सभासदो ने कभी सांकेतिक अर्थी निकालकर, कभी पुतला फूंककर, तो कभी बुद्धि शुद्धि यज्ञ कर अपनी आवाज बुलंद की। यहां तक कि मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखा और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
उच्च अधिकारियों से कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर सभासदों ने आमरण अनशन पर बैठने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि या तो उन्हें न्याय मिलेगा या वो नगर पालिका गेट पर ही अपनी जान दे देंगे।
एक अन्य सभासद बबलू पांडेय ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए पालिका प्रशासन का बचाव किया है। उनका कहना है कि प्रशासन सभी समाज के लिए समान रूप से काम कर रहा है।
यह मामला बिल्हौर नगर पालिका में प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। सभासदों का आरोप है कि उच्च अधिकारी भी इस मामले में अनदेखी कर रहे हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।