-चार छात्रों सहित पाँच की मौत, दरवाजे काटकर निकाले गए शव।
कानपुर। भीषण सड़क हादसे में इंजीनियरिंग कॉलेज के चार छात्रों समेत 5 लोगों की मौत हो गई। हादसा दिल्ली कानपुर हाईवे पर सुबह नौ बजे हुआ। कॉलेज जा रहे छात्रों की कार को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी।
घटना सचेंडी थाना क्षेत्र के भौंती हाईवे की है। मृतकों में दो छात्राएं- दो छात्र और ड्राइवर शामिल है। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सभी शव कार में फंस गए। शवों को कार की छत और दरवाजे काटकर निकाला गया।
हादसे की सूचना मिलते ही सचेंडी थाना पुलिस, डीसीपी वेस्ट समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। हादसे के बाद करीब 15 किमी लंबा जाम लग गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। कॉलेज से करीब एक किमी दूर हादसा हो गया। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि एनएच-2 हाईवे पर सचेंडी थाना क्षेत्र के भौती हाईवे पर एक कार का एक्सीडेंट हो गया। तेज रफ्तार ट्रक ने आगे चल रही कार को टक्कर मार दी। कार आगे चल रही ट्रक से टकरा गई। दो ट्रकों के बीच आने से कार के परखचे उड़ गए। मृतकों में इंजीनियरिंग कॉलेज पीएसआईटी के बीटेक फर्स्ट ईयर कंप्यूटर साइंस की छात्रा आयुषी पटेल और थर्ड ईयर की छात्रा गरिमा त्रिपाठी, फोर्थ ईयर के छात्र प्रतीक सिंह और थर्ड ईयर के छात्र सतीश और ड्राइवर सनिगवां निवासी विजय साहू शामिल हैं। सभी मृतकों के घर वालों को सूचना दे दी गई है। प्रत्यक्षदर्नेशियों बताया- सरिया से लदा ट्रक जा रहा था। जहां हादसा हुआ, वहां ढलान है। कार तेजी के साथ आई। तभी सरिया लदा ट्रक धीरे हुआ। कार ने जब तक ब्रेक लगाई, पीछे से आ रहे ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। इसके बाद कार आगे सरिया लदे ट्रक से टकरा गई। गरिमा के चाचा ने कहा- सभी स्टूडेंट एक ही मोहल्ले के थे। सभी PSIT से बीटेक कर रहे थे। हमने मोहल्ले के ही साहू की कार बुक कर रखी थी। रोजाना सभी बच्चे एक साथ घर से निकलते थे। रोते बिलखते परिजन पहुंचे पोस्टमार्टम हाउस मौत ने मचाया ऐसा तांडव की चारों छात्रों की वर्षों की मेहनत के बल पर उज्जवल भविष्य और तरक्की के लिए देखे जा रहे ख्वाब चुटकियों में एक हवा की तरह उड़ गए। जिसने भी हादसे की खबर सुनी मानो सहम सा गया।
हादसे के पल भर में लोहे के ढेर में बदली कार।
साथी सहपाठियों ने बताया कि चारों छात्र बेहद हंसमुख स्वभाव के थे और नियमित तौर पर क्लास अटेंड करने के लिए कॉलेज आते थे। आज जब एक्सीडेंट की खबर कॉलेज पहुंची तो मानो कॉलेज के अंदर हजारों छात्रों की मौजूदगी एक सन्नाटे में तब्दील हो गई। वहीं मौके पर पहुंचे स्वराज इंडिया के संवाददाता से राहगीरों की हुई बातचीत में इस भयानक मंज़र की पूरी आपबीती निकल कर सामने आई। लोगों ने बताया पल भर में पूरी कार एक लोहे के ढेर में तब्दील हो गई एक झटके में एक साथ पांच के पांचों लोगों की सांसें थम गयीं किसी के कराहने तक की आवाज़ नहीं सुनने को मिली।
इससे यह साफ जाहिर होता है की हादसा इतना दर्दनाक था कि मरने वालों को दर्द तक का एहसास नहीं हुआ और उनकी आंखें हमेशा के लिए बंद हो गयीं। मिनटों में जिंदगी और मौत का फैसला हो गया और पांच परिवारों में सन्नाटा पसर गया। प्रतिदिन की भांति आज भी एक खुशहाल मनोभाव के साथ कॉलेज के लिए निकले थे चारों छात्र और उनके ड्राइवर फिर शुरू हुआ रास्ते में मौत का नंगा नाच जिसने हमेशा के लिए छीन लीं पांच जिन्दगियां। घटना की खबर से सदमे में पहुंचे मृतकों के परिजन माताएं चीख रहीं। हमारे बच्चे शाम तक वापस आ जाएंगे। वहीं बेबस पिताओं ने खो दी अपनी-अपनी सुध।