कानपुर। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में घटे हादसो में 24 घंटे के भीतर 5 लोगों की जान चली गई। कहीं किसी ट्रक ने युवक को रौंद दिया, तो दूसरी जगह रोडवेज बस से एक की जान चली गई। किसी की करंट के झटके से और किसी की गिरने के कारण मौतें हुईं हैं। बांदा के मोर्दननाका पूर्वी भोज निवासी 38 वर्षीय वासिफ खान काकादेव स्थित एक अस्पताल में नौकरी करता था। चाचा अनीस ने बताया कि रावतपुर में बस की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। काकादेव पुलिस ने स्वजन को सूचना दी। आगरा के रहने वाले राजेश (22) मजदूरी करते थे। वह कल्याणपुर स्थित उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के कार्यालय में फूफा श्यामवीर और जीजा गंगा सिंह और उदय सिंह के साथ काम करने आया था। फूफा श्यामवीर ने बताया कि देर रात राजेश कैंपस में ही बने आरसीसी ब्लाक में सो रहा था, तभी तीन बजे कैंपस में ट्रक घुसा। बैक करने के दौरान राजेश को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। नवाबगंज ज्योरा कब्रिस्तान झोपड़पट्टी निवासी कल्लू उर्फ प्रदीप (22) बुधवार को गणेश महोत्सव का टेंट हटाने के दौरान घुडिय़ा से गिरकर घायल हो गए थे। भाई सनी और शानू है ने उन्हें हैलट अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान सिर में आई गंभीर चोटों से उसकी मौत हो गई। सचेंडी के बंगाली कालोनी निवासी 45 वर्षीय कृष्णा बैरागी भजन कीर्तन करते थे। गुरुवार सुबह तेज रफ्तार वैन ने सागर ढाबा के पास उसे टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई। पति के मौत की खबर सुनकर पत्नी अंजू और मां रंजिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बिधनू के कठारा निवासी अशोक कुशवाहा का 19 वर्षीय इकलौता बेटा शिवम मोबाइल दुकान चलाता था। परिवार में मां रामा और तीन बहनें हैं। स्वजन का आरोप है कि गांव के एक लोग उनके बेटे को लेकर गए थे। इसके बाद वह उसे वैन से लाए और बताया कि करंट लगने से उसकी मौत हो गई है। इकलौत बेटे की मौत से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है।