कानपुर। ब्रह्मांड के पहले इंजीनियर कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की जयन्ती नगर के औद्योगिक क्षेत्र के अलावा छोटे कारखानों व प्रतिष्ठानों में मंगलवार को बडे ही धूमधाम से मनाई गई। सुबह से ही औद्योगिक क्षेत्र की फैक्टरियों को सजाया गया था। भगवान विश्वकर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर विधि विधान से हवन पूजन किया गया। मशीनरी व उपयोग में आने वाले यंत्रों का पूजा की गई। भक्तोंण ने अपने व्यवसाय की प्रगति की कामना की। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया।शहरभर में विश्वकर्मा पूजा श्रद्धाभाव के साथ मनाई गयी। कई सरकारी, गैर-सरकारी कार्यालय और फैक्ट्री आदि में कोई कार्य तो नही हुआ लेकिन पूजन के बाद धार्मिक अनुष्ठारन खूब हुए। जहां भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई, शहर में सबसे बडी पूजा रेलवे के अभियान्त्रिक विभाग में की गयी जबकि रोडवेज, के अलावा लघु उद्योग निगम सहित अन्य बडे प्रतिष्ठानों के साथ ही राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पांडव नगर में भी पूजा-अर्चना की गई। ऐसे ही राजकीय पॉलिटेक्निक में भी विश्वकर्मा पूजा का आयोजन किया गया। पनकी, दादा नगर, फजलगंज, गोविंद नगर समेत शहर के सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों में विश्वकर्मा पूजा की गई माना जाता है कि उनकी पूजा करने से उन्नति, समृद्धि और कार्य में निपुणता की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर जिले के सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में पूजा अर्चना के साथ प्रसाद वितरण किया गया। वहीं औद्योगिक संगठनों की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया। रेलवे के अभियान्त्रिक विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी के अनुसार यह पूजा न केवल भगवान विश्वकर्मा की आराधना का दिन है, बल्कि यह मेहनत और समर्पण के प्रति सम्मान भी है। यह दिन हमें यह सिखाता है कि जब हम अपने कार्य को लगन और परिश्रम से करते हैं, तो उसमें भगवान का आशीर्वाद मिलता है।