February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  चर्चित एपी फेनी जमीन मामले में एसआईटी की जांच में सामने आया है कि इस जमीन को 10 से 12 बार अलग-अलग हिस्सों में खरीदा और बेचा गया है। इन सभी खरीददारों और विक्रेताओं की सूची तैयार करके सभी का सिजरा जुटाया जा रहा है। इसके साथ ही जमीन बेचने में गवाह बने लोगों को भी जांच के दायरे में लिया गया है। इसमें समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया का भी नाम शामिल है। जांच में पूर्व मंत्री का नाम भी एफआईआर में बढ़ाया जा सकता है। पुलिस कमिश्नर इस जांच के पूरी होते ही जल्द मामले में बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में हैं।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि एपीफेनी जमीन मामले में दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। दोनों एफआईआर की जांच एसआईटी कर रही है। पुलिस जमीन पर फर्जीवाड़ा करके कब्जा करने और बेचने के मामले में सलीम बिरयानी, मोहम्मद रईस और अर्पित मिश्रा को अरेस्ट करके जेल भेज चुका है। अन्य आरोपियों और इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए जांच में जुटी हुई है। एसआईटी की जांच में सामने आया है कि एपीफेनी की जमीन को 10 से 12 बार खरीदा और बेचा गया है। इस जमीन को खरीदने वाले, विक्रेता और इसमें गवाह बने सभी लोगों की सूची तैयार कर ली गई है। जमीन कब्जाने वालों से उनका कनेक्शन समेत अन्य जांच की जा रही है।
जमीन पर फर्जीवाड़ा करके खरीदने बेचने के एक-एक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। रजिस्ट्री ऑफिस से भी दस्तावेज मांगे गए हैं। जांच पूरी होते ही करीब 500 करोड़ की जमीन कब्जा करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस कड़ा एक्शन लेगी। आरोपियों के नाम एफआईआर में बढ़ाने के साथ ही उन्हें अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा।
एपीफेनी जमीन कब्जाकांड की जांच कर रही एसआईटी जमीन खरीदने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया समेत अन्य आरोपियों के नाम एफआईआर में बढ़ाने की तैयारी कर रही है। उधर शिवकुमार बेरिया ने कोर्ट से अरेस्टिंग स्टे हासिल कर लिया है। एफआईआर में आरोपियों के नाम बढ़ते ही उनकी भी अरेस्टिंग की कार्रवाई होगी।