October 18, 2024

आ.स. संवाददाता

कानपुर। नगर को साफ सुथरा रखने के लिए सफाई कर्मियों द्वारा इकट्ठा किये गए कूड़े को नियमित रूप से उठाने वाली नगर निगम की कूड़ा गाड़ियों को डीजल मुहैया न होने के कारण समूचे शहर से कूड़े का उठान नहीं हो सका। नगर की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों और कूड़ा ट्रांसफर प्लांट में यूं ही कचरा पड़ा रहा।
इस समस्या की वजह है कि नगर निगम से लगभग चार महीने से अधिकृत पेट्रोल पंपों को डीजल का बकाया नहीं चुकाया गया है। पेट्रोल पम्पो का अभी तक का मिलाकर कुल बकाया 12 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। पेट्रोल पंप संचालकों को यह उम्मीद थी कि बकाया भुगतान हो जाएगा। लेकिन भुगतान की फाइलें लंबित चली आ रही हैं।अंत में हारकर आखिरकार पंपों ने अब डीजल देने से साफ मना कर दिया है। इसका असर समूचे शहर में दिखा। नगर में न तो कूड़ा उठाने के लिए जेसीबी चली और न ही ट्रक और लोडर चल पाए। पनकी कूड़ा निस्तारण प्लांट तक कूड़ा नहीं पहुंचा इसलिए प्लांट भी नहीं चल सका। प्लांट में संग्रहित पुराने कूड़े का ही निस्तारण होता रहा। सामान्य दिनों में भी नगर का रोजाना निकलने वाला लगभग 300 टन कूड़ा पनकी प्लांट तक पहुंच ही नहीं पाता। यह कूड़ा शहर के बाहरी इलाकों का होता है जहां रोजाना गाड़ियां नहीं पहुंच पातीं। श्याम नगर, उस्मानपुर, खाड़ेपुर, दहेली सुजानपुर और चकेरी के कई इलाके इसमें शामिल हैं। डीजल की कमी के चलते कूड़े का उठान न हुआ तो प्लांट पर रोजाना बोझ बढ़ता जाएगा।