
आ स. संवाददाता
कानपुर। महाकुंभ में प्रयागराज जाने और माघ पूर्णिमा के स्नान में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के हालात कुछ ऐसे ही नजर आए। प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ देखी गई। रिजर्वेशन कोच में भी जिन यात्रियों का रिजर्वेशन पहले से था, वह भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए। रेलवे ने माघ पूर्णिमा को लेकर कानपुर सेंट्रल से हर आधे घंटे में प्रयागराज के लिए ट्रेन चलाने की व्यवस्था की है। बावजूद इसके श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी बढ़ी की जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों को खुद भीड़ को व्यवस्थित करना पड़ रहा है।
सेंट्रल स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ प्रयागराज जाने के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म पर दिखाई दे रही है । प्लेटफार्म पर जैसे ही ट्रेन प्रयागराज जाने के लिए पहुंच रही है। श्रद्धालु किसी भी तरह से ट्रेन में चढ़ने के लिए कोच की तरफ दौड़ पड़ रहे है। लेकिन ट्रेन पूरी तरह से खचाखच पहले से ही भरी हुई आ रही है।
स्लीपर क्लास के ये हालात दिखाई दिए कि यात्रियों ने अंदर से दरवाजे बंद कर लिए थे। कई यात्री अपने रिजर्वेशन टिकट होने के बावजूद भी कोच में नहीं घुस सके और उन्हें महाकुंभ स्पेशल ट्रेन से सफर करना पड़ा। संपर्क क्रांति ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म पर पहुंची। एसी कंपार्टमेंट में हालात ऐसे थे, कि उसमे पैर रखने की जगह तक नहीं थी। गेट पर ही घुसने के लिए बिल्कुल जगह नहीं थी, फिर भी प्रयागराज जाने वाले यात्री किसी भी तरह उस एसी कोच में चढ़ने की कोशिश में लगे रहे।
रेलवे ने माघ पूर्णिमा पर कानपुर सेंट्रल से जाने वाले यात्रियों की संख्या का अनुमान लगाकर व्यवस्थाएं बनाई है। अनुमान के मुताबिक तकरीबन 3 लाख यात्री महाकुंभ में प्रयागराज जाएंगे। इसके लिए लगातार 24 घंटे जीआरपी ,आरपीएफ और रेलवे के अधिकारी भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए प्लेटफार्म पर उतरकर ग्राउंड जीरो पर काम कर रहे है। एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने के लिए रास्तों को व्यवस्थित करना, प्लेटफार्म पर बनी सीढ़ियों को खाली रखना और कौन सी ट्रेन कितनी देर में किस प्लेटफार्म पर प्रयागराज के लिए रवाना होगी इसका बाकायदा जीआरपी के सिपाही लगातार प्लेटफार्म पर माइक से अनाउंसमेंट कर रहे हैं। जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि यह तो सौभाग्य की बात है, कि इस महाकुंभ में सेवा करने का मौका मिल रहा है। पूरी टीम लगातार अमृतस्नान के मौके पर 24 घंटे काम करती है। आने जाने वाले श्रद्धालुओं और यहां आए यात्रियों को कोई असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।