August 3, 2025

संवाददाता
कानपुर।
श्यामनगर निवासी देवांश वाजपेयी फ्लाइंग ऑफिसर बनेंगे। उन्होंने एयरफोर्स कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट पास किया है, जिसके आधार पर उनका चयन फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर हुआ है। इस पद के लिए वो करीब 3 साल से प्रयास कर रहे थे। उन्होंने इंफोसिस की लाखों की नौकरी ठुकराकर देश सेवा करने की ठानी है।
देवांश बताते हैं कि वह परिवार के पहले सदस्य हैं जो सेना में जाकर देश की सेवा करेंगे। उन्होंने बताया कि यह उनके पिता और ताऊजी का सपना था। उन्होंने भी सेना में जाने का लिए परीक्षा पास की थी, लेकिन फिजिकली फिट न होने के कारण उन दोनों का चयन नहीं हो सका था। देवांश कानपुर के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिनका फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन हुआ है।
देवांश के पिता श्रीप्रकाश वाजपेयी प्राइवेट नौकरी करते हैं और मां अलका वाजपेयी गृहणी हैं। छोटा भाई अर्नव बाजपेई सीए की तैयारी कर रहे है।
देवांश ने वीरेंद्र स्वरूप श्यामनगर से 12वीं पास करने के बाद पीएसआईटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। 2021 में बीटेक पास होने के बाद इंफोसिस में जॉब मिल गई थी। तब से अभी तक वह जॉब ही कर रहे थे। लेकिन क्लास 12 से ही वह सेना में जाने की तैयारी कर रहे थे। शुरू से ही उनका मन सेना में जाने का था। उन्होंने 2017 में एनडीए की परीक्षा दी थी, लेकिन इंटरव्यू नहीं क्लियर कर पाए थे। उन्होंने कहा कि अब सपना पूरा हुआ है। ढेड़ साल के प्रशिक्षण के बाद उन्हें तैनाती मिलेगी। 

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