आ स. संवाददाता
कानपुर। गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए बनाए गए रैन बसेरों की हकीकत चौंकाने वाली है। घाटमपुर में रैन बसेरे की स्थिति और भी गंभीर है। यहां प्रशासन द्वारा बनाए गए दो रैन बसेरों में से एक में ताला लटका है, जबकि दूसरे में भी व्यवस्था बेहद खराब है।
एसडीएम कार्यालय के पास स्थित रैन बसेरा पूरी तरह से बंद पड़ा है । यहां कोई देखरेख करने वाला भी मौजूद नहीं है। जब यहां प्रशासनिक कार्यालय के नजदीक होने के बाद यह स्थिति है, तो दूसरे स्थानों पर व्यवस्था कैसी होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कानपुर सागर हाईवे पर स्थित कूष्मांडा देवी मंदिर प्रांगण में बने दूसरे रैन बसेरे की स्थिति थोड़ी बेहतर है । यहां ताला खुला था और बाहर दो लोग आग तापते हुए मिले। इस मामले में जब एसडीएम से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस बारे में घाटमपुर नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि इसकी जानकारी की जाएगी और रैन बसेरे की जल्द ही खुलवाया जाएगा।
यह स्थिति सरकारी दावों की पोल खोलती है, जहां गरीब और बेसहारा लोग खुले में रात गुजारने को मजबूर है। प्रशासन द्वारा सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है, जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।