November 21, 2024

कानपुर। मौसम बदलने के साथ ही मौसम से जनित बीमारियाँ  भी तेजी से बढ़ रही है। मौसम बदलने पर बुखार हो जाना सामान्य है। लेकिन यदि शरीर में दर्द, जोड़ों में दर्द, कमजोरी, जाड़ा देकर बुखार आए तो ये डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज में रोजाना लगभग 2 से 3 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो रही है।
शरीर में लाल रंग के दाने पड़ने लगे तो ज्यादा सतर्क हो जाने की जरूरत है। इसका मतलब है कि डेंगू के वायरस तेजी के साथ शरीर में बुरा असर डाल रहे हैं। साथ ही यह  प्लेट्लेटस तेजी से घटने के लक्षण हैं।
कानपुर मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि इन दिनों हैलट अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 10 से 15 प्रतिशत मरीज ऐसे आ रहे हैं, जिनमें डेंगू के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
रोजाना करीब 50 से 60 लोगों के नमूने  लिए जा रहे हैं। इनमें से 2 या 3 लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही हैं। इसके अलावा कुछ मरीज ऐसे भी आ रहे हैं, जिनको बुखार काफी तेज रहता है। ऐसे मरीजों को भर्ती करना पड़ा रहा है।
डॉ. प्रियदर्शी ने बताया कि जितने भी मरीज आ रहे हैं। उनमें से 80 प्रतिशत मरीजों की उम्र 20 से 50 साल तक  होती है। ऐसे लोग जिनका ज्यादा बाहर का मूमेंट रहता है, उनमें डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है। क्योकि डेंगू का मच्छर अधिकतर दिन में ही काटता है। जहां पर खुली नालियां, नाला या गंदा पानी भरा होता है, वहां पर इन मच्छरों की संख्या अधिक होती है।
डॉ. प्रियदर्शी के मुताबिक जिन लोगों में बीपी, शुगर, किडनी, लीवर, कैंसर जैसी बीमारी होती है। उनमें ये वायरस तेजी से अटैक करता है, जब शारीरिक क्षमता कम होगी तो यह  वायरस शरीर में तेजी से अटैक करेगा।
किसी में डेंगू पॉजिटिव आया है तो ऐसे मरीजों में पूरी तरह से बुखार ठीक होने में 10 दिन का समय लग रहा है। यदि इस बीच प्लेटलेट्स और कम हुई तो मरीज को खून की उल्टी, पेशाब से खून आना भी कभी-कभी शुरू हो जाता है।