
आ स. संवाददाता
कानपुर। चर्चित ज्योति हत्याकांड में आरोपी पति पीयूष श्यामदासानी समेत उसके साथियों को कोर्ट से सजा दिलाने वाले एडवोकेट दामोदर मिश्रा को शासन ने बिकरू कांड की पैरवी के लिए नियुक्त किया है। बिकरू कांड के समस्त केसों की पैरवी अब एडवोकेट दामोदर मिश्रा करेंगे। शासन की तरफ से डीएम और पुलिस आयुक्त को पत्र भेजा जा चुका है। इधर ज्वाइंट सीपी हेडक्वाटर्स विपिन मिश्रा ने भी डिस्ट्रिक्ट जज समेत सभी जजों को शासन के इस निर्देश को पत्र के जरिए जानकारी में ला दिया है। एडवोकेट दामोदर मिश्रा को बिकरू कांड से जुड़े समस्त मामलों की फाइलें सौंप दी गई है।
दो जुलाई की देर रात बिकरू गांव में कुख्यात विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पार्टी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को घेरकर गोलियों से भूनकर उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और तीन जुलाई से दस जुलाई के बीच कुख्यात विकास दुबे समेत छह लोगों को एनकाउंटर में मार गिराया था। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने अलग अलग घटनाओं, एनकाउंटर, फरारी और गिरफ्तारियों को लेकर बिकरू कांड से जुड़े 45 मुकदमें दर्ज किए। जिसमें से एक मुकदमा फरीदाबाद और दो मुकदमें लखनऊ में भी दर्ज किए गए हैं।
अभी तक सभी मुकदमों की उनसे संबंधित सरकारी वकीलों द्वारा ही पैरवी की जा रही थी। जिसके बाद सरकार ने सभी मामलों की पैरवी के लिए एक विशेष लोक अभियोजक को नियुक्त करने का निर्णय लिया। कई एडवोकेट्स की प्रोफाइलिंग की गई। जिसके बाद शासन की तरफ से एडवोकेट दामोदर मिश्रा को विशेष लोक अभियोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई।
25 फरवरी 2025 को शासन स्तर से अनु सचिव मोहन लाल ने इस मामले में डीएम और पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजा। फिर ज्वाइंट सीपी हेडक्वाटर्स विपिन मिश्रा ने 27 फरवरी को इसकी जानकारी डिस्ट्रिक्ट जज समेत बाकी जजों को दी।
विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति के बाद सरकार और कोर्ट के बीच वन प्वाइंट कॉनटेक्ट होगा। सभी मामलों में पैरवी पर ठीक से निगरानी की जा सकेगी।जो भी दस्तावेज कोर्ट में दाखिल किए जाएंगे उसे पहले ठीक से सक्रूटनी करने में मदद मिलेगी।
एडवोकेट दामोदर मिश्रा ने इससे पहले चर्चित ज्योति हत्याकांड में कोर्ट में सरकार की तरफ से पैरवी की थी। इस मामले में उन्होंने पति पीयूष श्यामदसानी समेत अन्य को आजीवन कारावास की सजा दिलाई। जो कि हाईकोर्ट ने भी बरकरार रखी थी।