April 17, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
साइबर ठग ने एक प्राइवेट कर्मी से फोन पर  5.50 लाख रुपए की ठगी की। ठग ने पीड़ित से कहा कि आपके आधार कार्ड से सिम लिया गया है जिसका उपयोग गैरकानूनी गतिविधियों में हो रहा है। अगर बचना चाहते हो तो अपने खाते का सारा पैसा बताए गए खाते में जमा करा दो। जांच और केस खत्म होने के साथ ही पैसा लौटा दिया जाएगा। इसपर साइबर थाना पुलिस ने ठगी के इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।
कर्नलगंज निवासी फरीदउद्दीन प्राइवेट कर्मी है। उनके मुताबिक उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले अपना नाम संजय सिंह बताया। उसने फरीदउद्दीन से कहा कि आपके आधार कार्ड से किसी ने सिम लिया है। जिससे गैर कानूनी गतिविधियां हो रही है। फोन करने वाले ने कहा कि खुद को बचाना है तो जो नम्बर दे रहा हूं उसपर सम्पर्क करो। इसके बाद शातिर ने फरीदउद्दीन को एक मोबाइल नम्बर दिया। फरीदउद्दीन ने उस नम्बर पर कॉल किया।
उनके मुताबिक जिसने फोन उठाया उसने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का बड़ा अधिकारी बताया। उसने फरीदउद्दीन से कहा कि तुम्हारे नाम की रिपोर्ट दर्ज है। जो कि एक मनी लाड्रिंग का केस है। उसने यह भी जानकारी दी कि फरीदउद्दीन के नाम का अरेस्ट वॉरेंट निकला है। इसके कारण वो फरीदउद्दीन को गिरफ्तार करवा लेगा। इसके बाद उसने धमकी भी दी।
साइबर ठग ने फरीदउद्दीन से कहा कि अगर बचना है तो खाते में जितना रुपया है उसे आरबीआई को सौप दो वरना कड़ी कार्रवाई हो जाएगी। उसने यहा तक धमकी दी कि इसमें सिर्फ फरीदउद्दीन ही नहीं बल्कि उसके पत्नी, बच्चे सभी गिरफ्तार होकर जेल जाएंगे। फरीदउद्दीन के मुताबिक वो इतना डर गए थे कि साइबर ठग की सारी बातें मान ली। उसने यहां तक कहा कि किसी को इस बारे में कोई जानकारी मत देना।
फरीदउद्दीन के मुताबिक साइबर ठग ने उसे हरियाणा के दो खाता नंबर दिए। जिसमें उन्होंने अपने खाते से 5.50 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिया। फरीदउद्दीन के मुताबिक उसके बाद उसने आरोपियों को कई बार कॉल किया, मगर उनका फोन नहीं उठा। अगले दिन फिर आरोपियों ने उससे दो लाख की मांग की। इसपर पीड़ित को समझ में  आया कि वो साइबर ठगी का शिकार हो गया है।
इंस्पेक्टर साइबर थाना सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही खाते में गए पैसे को सीज कराया जाएगा।