July 1, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  बुधवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी ने सुसाइड कर लिया। वो कर्ज से परेशान थे, उनसे आए दिन कर्जदार पैसे मांगते थे। बेटे का आरोप है कि कुछ दिन पहले विश्वविद्यालय कैंपस के अंदर घुसकर कुछ युवकों ने पिता को पैसा न देने पर पीटा था।

इससे पिता बहुत आहत थे। उन्होने इस वजह से तंग आकर जान दे दी। वही, कल्याणपुर इंस्पेक्टर सुधीर कुमार का कहना है कि परिजनों की तहरीर मिली है, मामले में जांच की जा रही है।
मूल रूप गोरखपुर के सीपीगंज निवासी राकेश गौड़ कानपुर विश्वविद्यालय में फाइनेंस विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात थे। आज राकेश काम पर नहीं गए थे। पत्नी सरिता देवी अपने मायके गोरखपुर गई हैं। बेटा अमन दूसरे कमरे था। बेटे को लगा पिता कमरे में सो रहे होंगे।
वह दोपहर में जगाने पहुंचा, तो कोई रिस्पॉन्स नहीं आया। उसने काफी देर दरवाजा खटखटाया। फिर भी पीता कुछ नहीं बोले। उसने बाहर से खिड़की खोली तो, कमरे में लाश टंगी मिली। देखा कि कमरे में पिता का शव फंदे से लटक रहा है। अमन ने शोर मचाकर परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी।
बेटे अमन ने बताया कि पिता के ऊपर करीब 30 लाख रुपए का कर्ज था। 5 से 7 लाख रुपए बैंक का कर्ज था, बाकी आपस के लोगों से कर्ज ले रखा था। अब ये लोग कर्जा मांगने के लिए आए दिन घर आया करते थे। इससे पिता परेशान रहने लगे थे। वह घर पर केवल मुझसे ही थोड़ी बहुत बातें बताते थे।
विनायकपुर निवासी कुछ लोगों से पिता ने ब्याज पर पैसा ले रखा था। 15 दिन पहले ये लोग विश्वविद्यालय के कैंपस में आए और पिता से पैसे मांगने लगे। पिता ने असमर्थता जताई तो उन लोगों ने मिलकर पीट दिया। इससे पिता काफी आहत रहते थे।
राकेश की पहली पत्नी पुष्पा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इसके बाद 2018 में राकेश गौड़ ने दूसरी शादी गोरखपुर की सरिता से की थी। पहली पत्नी का बेटा अमन पिता के साथ रहता है, जबकि सरिता का बेटा गोरखपुर में रहता है।