November 5, 2024

— बर्खास्तगी की उठी मांग, घायलों को मिले मुआवजा।

आ स. संवाददाता

कानपुर। गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमा लिखे जाने का असर नगर की कचहरी में दिखायी दिया। गाजियाबाद काण्ड् से नाराज नगर के अधिवक्ताओं ने सोमवार को वहां के जिला जज का पुतला फूंक अपना विरोध दर्ज कराया और उनकी बर्खास्तगी की मांग उठायी। इसके साथ ही घायल अधिवक्ताओं को दो—दो लाख रुपये इलाज के लिए मुआवजे की भी मांग की । वकील न्यायिक कार्य से विरत तो नहीं रहे, लेकिन विरोध स्वरुप काली पट्टी बांधकर अधिवक्ताओं ने कार्य किया। गाजियाबाद जिला जज द्वारा पुलिस से अधिवक्ताओं की पिटाई को लेकर सोमवार को कानपुर के अधिवक्ताओं ने विरोध दर्ज कराया और नारेबाजी के साथ गाजियाबाद जिला जज का पुतला फूंका। हालांकि अन्य शहरों की भांति यहां पर अधिवक्ता हड़ताल पर नहीं रहे और काली पट्टी बांधकर न्यायिक कार्य करते रहें। अधिवक्ता गाजियाबाद में अधिवक्ताओं पर हुए अत्याचार के विरुद्ध आरोपित जज एवं पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। बार एसोसिएशन के महामंत्री अमित सिंह ने कहा कि अधिवक्ताओं ने सदैव न्याय की लड़ाई लड़ी है। लेकिन गाजियाबाद के जिला जज ने पद का ऐसा दुरुपयोग किया कि पुलिस बुलाकर अधिवक्ताओं की ही पिटाई करवा दी, जो सरासर गलत है। अधिवक्ताओं के हित का कानपुर बार एसोसिएशन पूर्णतया समर्थन करता है अभी काली पट्टी बांधकर विरोध जताया गया है और आगे भी विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि गाजियाबाद जिला जज को बर्खास्त किया जाये और अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो। इसके साथ ही अधिवक्ताओं के खिलाफ लिखे गये मुकदमें वापस हों और घायल अधिवक्ताओं को इलाज के लिए दो—दो लाख रुपए दिये जायें। लायर्स एसोसिएशन के महामंत्री रविन्द्र शर्मा ने कहा कि गाजियाबाद जिला जज ने न्यायपालिका का अपमान किया है और हम लोग अधिवक्ताओं के हित में लड़ाई जारी रखेंगे।