November 22, 2024
कानपुर। राखी बांधने के लिए भाइयों के घरों को निकली बहनों के काफिलों से शहर की यातायात व्यवस्था् पूरी तरह से चरमरा गयी। व्यवस्था को दुरुस्त कराने के लिए पुलिस के साथ यातायात विभाग के कर्मचारियों को सडकों पर आना पडा तब देर रात जाकर उसे सही पटरी पर लाने में सफलता मिल सकी। शहर में कोई भी ऐसा प्रमुख चौराहा या सड़क नहीं थी जहां पर जाम न लगा हो। शहर में चौतरफा भीषण जाम को देखते हुए थानेदार से लेकर डीसीपी तक सड़क पर उतरे। इसके बाद रात 11 बजे के बाद यातयात की स्थिति सामान्य हो सकी। रक्षाबंधन पर ट्रैफिक को लेकर शहर में कोई भी प्लानिंग नहीं होने से चौतरफा लोग जाम में फंसे। रक्षाबंधन पर दोपहर 2 बजे के बाद से ही जाम के हालात शुरू हो गए थे। हाईवे की सर्विस लेन पर रामादेवी से लेकर गुजैनी बाईपास तक टुकड़ों में हर अंडरपास पर भीषण जाम लगा था। इधर गंगा बैराज भी शाम को भीषण जाम लगने से यातायात पूरी तरह से ठहर गया। नरोना चौराहा, माल रोड, वीआईपी रोड और साउथ की फजलगंज से लेकर बर्रा बाईपास तक हर चौराहा पर भीषण जाम लगा था।शहर के यातायात का हालात बिगड़ते देख पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने डीसीपी से लेकर एडीसीपी, एसीपी और थानेदारों को जाम पर मोर्चा संभालने के लिए सड़क पर उतारना पड़ा। डसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने साउथ में जाम के हालात को कंट्रोल किया तो डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने गंगा बैराज और डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने फोर्स के साथ अपने-अपने क्षेत्र में सड़क पर उतरे। तब जाकर रात 10 बजे जाम के हालात सामान्य हो सके।ट्रैफिक जाम के पीछे जो सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है कि डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह की तरफ से रक्षाबंधन होने के बाद भी कोई प्लान तैयार नहीं किया गया था। उधर दोपहर बाद का मुहुर्त होने से एक साथ लोग सड़क पर उतरे से पूरे शहर में चौतरफा जाम लग गया। देर शाम को हाल और विकराल होते चले गए। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने सभी डीसीपी से लेकर थानेदारों को सडकों पर उतरकर जाम खुलवाने  के निर्देश दिए। उनके सडक पर उतरनें के भी लगभग पांच  घन्‍टों के बाद ही स्थिति सामान्‍य हो सकी।