July 1, 2025

संवाददाता

कानपुर।  छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर में चंदन वाटिका की स्थापना की गई। स्कूल ऑफ एडवांस्ड एग्रीकल्चर एवं सुभाषिनी शिवहरे फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय परिसर में यह चंदन वाटिका स्थापित हुई।
इस मौके पर चंदन वाटिका एवं तालाब, प्रकृति की गोद में विश्राम विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि  वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक उपस्थित रही।
कार्यक्रम में बोलते हुए वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक ने कहा कि चंदन में विद्यमान औषधीय गुण त्वचा रोगों, बुखार और अन्य प्रकार की बीमारियों के लिए एक लोकप्रिय उपचार के रूप में कार्य करते हैं।
प्रति कुलपति प्रो. सुधीर अवस्थी ने रहीम के दोहे का उद्धरण देते हुए कहा कि जो व्यक्ति अच्छे स्वभाव का होता है, उसे बुरी संगति भी बिगाड़ नहीं पाती। जैसे जहरीले सांप चन्दन के वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई जहरीला प्रभाव नहीं डाल पाते।
यह चंदन वाटिका विश्वविद्यालय में स्थित अमृत सरोवर के नजदीक स्थित है। चंदन के रोपित किए गए पौधों में 25 पौधे सफेद चंदन और 25 लाल चंदन के हैं। 

कार्यक्रम में संपत्ति अधिकारी डॉ. प्रवीण भाई पटेल, कृषि संकाय निदेशक डॉ. हिमांशु त्रिवेदी तथा विभाग के सभी शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।