
संवाददाता
कानपुर। नेत्रदानियों की नगरी कहा जाने वाले कानपुर के कृष्णा नगर से 220वां नेत्रदान संपन्न हुआ है। क्षेत्र के पूर्व पार्षद मदन लाल भाटिया ने बताया कि बिमला भाटिया का देर रात हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया था। इसके बाद उनके परिवार के लोगों ने कानपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से संपर्क कर उनकी आंखें दान की।
परिवार के लोगों ने बताया कि बिमला भाटिया ने अपने जीवन काल में कृष्णा नगर क्षेत्र के नेत्रदान अभियान से प्रेरित होकर अपने नेत्रों को दान करने का संकल्प लिया था । परिवार ने कानपुर मेडिकल कॉलेज की वरिष्ठ नेत्र रोग एवं कॉर्निया ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. शालिनी मोहन से स्व. बिमला भाटिया के कॉर्निया सुरक्षित करने का आग्रह किया।
टीम की डॉ. ऐश्वर्या गुप्ता ने मृतका के आवास पर पहुंचकर दोनों कॉर्निया सुरक्षित कर ली, जिसे दो लोगों को प्रत्यारोपित करके उन्हें रोशनी प्रदान की जा सकेगी।
नेत्रदानियों की नगरी कृष्णा नगर से 220वां नेत्रदान है, जिससे अब तक सैकड़ो लोगों को नेत्र ज्योति प्राप्त हो चुकी है।
कृष्णा नगर क्षेत्र के पूर्व पार्षद मदन लाल भाटिया ने बताया कि नेत्रदान की प्रक्रिया बहुत ही सरल एवं पारदर्शी है, कोई भी व्यक्ति मरणोपरांत अपने नेत्रों का दान कर सकता है।






