October 17, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  ज्वैलर्स कारीगर या सराफा व्यापारी तो एक झलक देखकर, छूकर, खनक या फिर मशीन से असली सोने-चांदी की पहचान कर लेते हैं, लेकिन आम आदमी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है असली-नकली की पहचान करना। 

जहां एक तरफ सोना-चांदी के दामों में भारी उछाल आया है तो दूसरी तरफ इस बार मार्केट में सोना-चांदी के सिक्कों की बाजार में भरमार हो गई है। अगर आप भी धनतेरस या दीपावली पर बाजार में चांदी या सोने के सिक्के खरीदने जा रहे हैं तो यह जानकारी जरूर हासिल कर लें कि कहीं आप नकली सिक्के तो नहीं खरीद रहे हैं। 

इस बारे में शहर के ज्वैलर्स राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रतिष्ठित या बड़ी दुकानों से चांदी के सिक्के खरीदें। हॅलमार्क लगे चांदी के सिक्कों को खरीदें। जिससे कि भविष्य में आप कभी अपनी चांदी के सिक्कों को बेचना चाहते हैं तो उसकी उचित कीमत मिल सके।
सर्राफा कारोबारी राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि धनतेरस और दीवाली पर अधिकांश परिवार चांदी के सिक्के खरीदते हैं। इसी का फायदा उठाकर बाजार में नकली चांदी के सिक्कों की बाढ़ आ जाती है।  

सबसे ज्यादा विक्टोरिया और जॉर्ज के नकली चांदी के सिक्के बाजार में हैं। सिक्के खरीदने से पहले कुछ प्रमुख बातें हैं अगर इसका पालन करेंगे तो आप असली सिक्के खरीद सकेंगे और आपकी गाढ़ी कमाई पर कोई डाका नहीं डाल सकेगा। सिर्फ थोड़ी सी जागरुकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है।

पुराने विक्टोरिया की तस्वीर वाले सिक्के अब बाजार में बहुत कम उपलब्ध हैं। लोग मानते हैं कि ये सिक्के 100% चांदी के होते हैं, इसलिए इनकी मांग अधिक रहती है। नकली विक्टोरिया सिक्के अब 10 ग्राम के छपने लगे हैं, जबकि असली सिक्के की तौल 11.64 ग्राम होती है। ज्वैलर्स की दुकानों में विक्टोरिया सिक्कों की संख्या अब बेहद कम है।
चांदी के सिक्के खरीदते समय यदि आप सिक्के को जमीन या किसी फर्स पर गिराते हैं तो उससे खन्न खन्न घंटी जैसे आवाज आती है। यदि ऐसा होता है तो ये समझिए की आपके सिक्के में चांदी की शुद्धता की संभावना ज्यादा रहती है, लेकिन सिक्के को जमीन पर गिराने पर उससे खनक की आवाज नही आती और थप थप की आवाज आती है तो चांदी के नकली होने की संभावना बढ़ जाती है।
मैग्नेट टेस्ट से भी चांदी की शुद्धता को परखा जा सकता है। इस विधि के अंतर्गत चांदी के आभूषण या सिक्के को एक टेबल में रखा जाता है। आभूषण या सिक्के के नजदीक से मैग्नेट घुमाया जाता है। यदि मैग्नेट की ओर आभूषण या सिक्का जरा भी आकर्षित होता है तो चांदी के शुद्ध होने की संभावना कम है, और यह चांदी नकली है।

दांतो के टेस्ट में चांदी के सिक्के को अपने दांतों के बीच कुछ देर दबाकर रखना होता है। अगर चांदी असली होगी तो इस पर आपके दांतों के निशान दिखाई देंगे। क्योंकि चांदी भी सोने की तरह ही नाजुक धातु है। चांदी की शुद्धता को पता करने का ये सबसे आसान तरीका है। जिसमे महज 2 मिनट के अंदर आप चांदी की शुद्धता का पता लगा सकते है। और यह पहचान कर सकते है कि चांदी असली है या नकली।
सिरामिक से चांदी की शुद्धता को पता लगाने के लिए इस टेस्ट को महिलाएं घर में आसानी से कर सकती हैं। सिरामिक की प्लेट में आभूषण को स्क्रैच करने पर उसकी शुद्धता का पता लगाया जा सकता है।आभूषण को स्क्रैच करने पर ब्लैक या ग्रे कलर की लाइन बनती है तो चांदी नकली होगी। लेकिन स्क्रैच व्हाइट कलर में आता है तो चांदी होने की संभावना बढ़ जाती है।