
आ स. संवाददाता
कानपुर। काकादेव क्षेत्र में साइबर ठगी के स्कैम का शिकार बनने के बाद आत्महत्या करने वाले बीटेक सेकेंड ईयर के छात्र तनय के मामले में पुलिस ने अब उसके बैंक खाते के अलावा मोबाइल फोन पर फोकस किया हैं। तनय का मोबाइल फोन लॉक था। जिसे खुलवाने के लिए पुलिस ने उसे साइबर एक्सपर्ट की टीम के पास भेजा है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक मोबाइल फोन खुलने के साथ ही किस तरह से छात्र साइबर ठगों के चुंगल में फंसा इसकी जानकारी मिल सकेगी।
विजय नगर निवासी मलेरिया विभाग में कार्यरत संतोष कुमार के छोटे बेटे तनय सागर ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
पुलिस की जांच में सामने आया था कि नोएडा के एक कॉल सेंटर से अक्सर मान्या मिश्रा नाम की लड़की का कॉल आता था। पुलिस को उसके खाते से 29 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन होने की भी पुष्टि हुई थी। मृतक के बड़े भाई आर्यन ने पुलिस को बताया था कि महिला उसे टास्क के नाम पर फंसा कर रुपए मांग रही थी।
एडीसीपी सेन्ट्रल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि छात्र का मोबाइल फोन बंद था। उस मोबाइल फोन को खोलने के लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम से मदद ली जा रही है। अधिकारी ने बताया कि फोन खुलने के बाद यह पता चल सकेगा कि किस पैटर्न पर छात्र को ब्लैकमेल करके ठगा जा रहा था।
एडीसीपी ने बताया कि जिस खाते से ट्रांजेक्शन हुआ और पैसा जिस खाते में गया उसकी भी पूरी डीटेल जुटाई जा रही है। एडीसीपी सेन्ट्रल ने बताया कि फोन खुलने के बाद यह पता किया जाएगा कि जिस एप के जरिए वसूली हो रही थी वो कब इंस्टॉल किया गया था। क्या उसके जरिए भी शातिर ठग तनय से बात करते थे, अगर करते थे तो क्या बात होती थी।
एडीसीपी सेन्ट्रल ने बताया कि इस मामले में पुलिस पूरी गम्भीरता से काम कर रही है और बहुत जल्द इसमें शामिल शातिरों को गिरफ्तार किया जाएगा।