
संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर नगर पालिका में वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट को लेकर विवाद गहरा गया है। तहसील दिवस के दौरान तीन सभासदों ने जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात की। सभासदों ने पालिका प्रशासन पर पिछले भ्रष्टाचार की जांच पूरी किए बिना ही दबाव बनाकर नया बजट पास कराने का आरोप लगाया।
बजट बैठक में 20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रखा गया था। सभासद अतुल तिवारी, रामकुमार राठौर और पदम कटियार ने बताया कि जब उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष के बजट का ब्यौरा मांगा, तो वरिष्ठ लिपिक ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए जवाब देने से इनकार कर दिया।
यह भी आरोप लगाया कि पालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप में डीएम के निर्देश पर हुई जांच टीम को सभी आरोपित बिंदुओं पर खामियां मिली थीं। जिसपर अधिशाषी अधिकारी को नोटिस जारी किया गया। उस मामले में अभी कार्यवाही पूरी भी नहीं हो पाई है। तब तक पालिका प्रशासन दबाव बनाकर नया बजट पास करना चाहता है। शिकायत पर डीएम ने मामले में जांच कराने की बात कही।
अधिशासी अधिकारी के निर्देश के बावजूद चेयरमैन ने कहा कि कार्यवाही रजिस्टर में उनकी मर्जी से ही लिखा जाएगा। सभासदों का आरोप है कि चेयरमैन ने अपमानजनक टिप्पणियां कीं। इस दौरान बैठक में हंगामा हो गया। वायरल वीडियो में सभासद अतुल तिवारी को वरिष्ठ लिपिक के साथ विवाद करते हुए देखा जा सकता है। मामला हाथापाई तक पहुंच गया। उग्र हुए सभासद ने चेयरमैन से भी कहा कि तुम्हें चीर डालूंगा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस को बुलाना पड़ा।
चेयरमैन इखलाक खां ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। हालांकि, अधिशासी अधिकारी अंजनी मिश्रा ने घटना को निंदनीय बताते हुए लिपिक की गलती को स्वीकार किया।