
संवाददाता
कानपुर। पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल ने ऑडिटोरियम में अपने मातहतों से कहा कि थानेदारी करनी है तो जनता को खुश रखना सीखो, आराम करना है तो तत्काल कुर्सी छोड़कर दूसरों को मौका दो… फील्ड में फुट पेट्रोलिंग और बीट पुलिसिंग दिखनी चाहिए, जनता से व्यवहार अच्छा रखो नहीं तो निपट जाओगे…उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि थानेदार और एसीपी के काम की समीक्षा हर माह की जाएगी। अधिकारियों के साथ पहली बैठक में उन्होंने सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करने के साथ ही अपनी प्राथमिकताएं भी बताईं।
कानपुर में तैनाती के बाद पहली मीटिंग में पुलिस कमिश्नर पूरे फार्म में नजर जाए। उन्होंने कहा कि जिले में बेहतर कानून व्यवस्था, अपराधों की रोकथाम, अन्य विभागों के साथ समन्वय तथा पुलिस का जनता के प्रति सेवाभाव और उत्तरदायित्व को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करना है। जनता हमसे हमेशा उचित व्यवहार और सहयोग की अपेक्षा रखती है। अतः महिलाओं, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों तथा समाज के कमजोर वर्ग के साथ संवेदनशील और सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। विपरीत व्यवहार की शिकायत मिली तो कार्रवाई होगी।
साइबर क्राइम पर लगाम के साथ ही लोगों को जागरूक करने और आईजीआरएस रैंकिंग में पिछड़ने पर कार्रवाई की बात भी पुलिस कमिश्नर ने कही। उन्होंने कहा कि अवैध गतिविधियों जैसे अवैध शराब, अवैध खनन, माइनिंग, पक्षी बाजार आदि की समयबद्ध निगरानी और सख्त कार्रवाई की जाए।
क्राइम मीटिंग में डीएफओ ने प्रतिबंधित पक्षियों के संबंध में थाना स्तर से निगरानी और एफआईआर दर्ज कराने में सहयोग की बात कही।
खनन अधिकारी ने उनके अधिकारियों के पीछे गाड़ी लगाकर लोकेशन लेने का मुद्दा उठाया। आबकारी विभाग ने पुलिस से समुचित सहयोग प्राप्त होने की बात कही। आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारियों को अवैध वेंडर एवं ट्रान्सपोर्ट तथा एन्टी सबोटॉज चेकिंग के निर्देश दिए। आरटीओ के प्रतिनिधि ने सीज वाहनों को थाने पर खड़े करने की समस्या उठाई।