
संवाददाता
कानपुर। भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक धरोहर में दर्शनशास्त्र का एक महत्वपूर्ण स्थान है। दर्शनशास्त्र का अध्ययन न केवल विचारधारा और नैतिकता के गहरे पहलुओं को समझने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों में कैरियर की संभावनाओं का भी द्वार खोलता है। दर्शनशास्त्र की शिक्षा से प्राप्त कौशल और दृष्टिकोण कई क्षेत्रों में मूल्यवान हो सकते हैं।
एक दौर में केवल टीचिंग प्रोफेशन के लिए उपयुक्त समझी जाने वाली फिलॉसफी अब सभी पुरानी अवधारणाओं को पीछे छोड़ते हुए टॉपर्स की पसंद के तौर पर उभरी है। रिसर्च से लेकर कॉर्पोरेट सेक्टर, लॉ, बायो मेडिसिन, ग्रीन डेवलपमेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में फिलॉसफी के छात्र बाज़ी मार रहे हैं। दरअसल, फिलॉसफी की वापसी ज्ञान के साथ करियर को दिशा देने वाले विषय के तौर पर हुई है। यही नहीं, संक्षिप्त सिलेबस की वजह से प्रशासनिक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए अब अधिकांश छात्र फिलॉसफी चुनते हैं। लॉ और मैनेजमेंट कोर्सेज में भी फिलॉसफी को अनिवार्य विषय में शामिल किया गया है।
फिलॉसफी लॉजिक, एथिक्स, सौंदर्यशास्त्र, तत्व और ज्ञान मीमांसा का मिला-जुला रूप है। वर्तमान में यह विषय अपनी पारंपरिक शाखाओं से कहीं आगे बढ़कर क्वांटम फिजिक्स फिलॉसफी, एनालिटिकल फिलॉसफी, कलाशास्त्र दर्शन, बायोमेडिकल एथिक्स, बिजनेस एथिक्स, इनवायार्नमेंटल एथिक्स जैसी नई शाखाओं में विकसित हो रहा है।
अब सीएसजेएमयू कानपुर में बीए ऑनर्स फिलॉसफी के कोर्स को शुरू किया गया है, जहां फिलॉसफी छात्रों का भविष्य बनाएगी । बीए ऑनर्स फिलॉसफी की एक वर्ष की फीस ₹19,200 है।
इस कोर्स को करने के बाद स्कूल, कॉलेज, प्रबंधन संस्थान, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज व आईआईटी में अध्यापन के ढेरों अवसर मौजूद हैं। पब्लिक सेक्टर में संभावित करियर में सिविल सेवाएं, सरकार, स्वास्थ्य सेवाएं, पुलिस बल और सशस्त्र बल में भूमिकाएं शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों में कई प्रशासनिक और अन्य कार्यालय-आधारित भूमिकाएं हैं।
दर्शनशास्त्र में पीएचडी के बाद यूनेस्को जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ भी काम किया जा सकता है।
आवेदकों के विचारों एवं व्यवहार की गहराई को समझने के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनियां फिलॉसफी विशेषज्ञों की सेवाएं लेती हैं।
लाइफ स्किल ट्रेनर के तौर पर फिलॉसफी के छात्रों की अत्यधिक मांग है। फिलॉसफी के अध्ययन से प्राप्त गहरे दृष्टिकोण के साथ इसके छात्र रिलेशनशिप काउंसलर, स्प्रिचुअल काउंसलर या लाइफ मैनेजमेंट काउंसलर के तौर पर करियर बना सकते हैं।
सभी प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कम्पनियां अपने बोर्ड में फिलॉसफी की गहरी समझ रखने वाले व्यक्तियों को विशिष्ट सलाहकार या बिजनेस एथिक्स एडवाइजर के रूप में जगह देती हैं।
दर्शनशास्त्र में पारंगत छात्रों के लिए योग, मेडिटेशन ट्रेनर के तौर पर सुनहरे अवसर मौजूद हैं।