कानपुर। शहर में शारदीय नवरात्रि की धूम मची हुई है। सभी प्रतिष्ठित मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है, मां के जयकारों से मंदिर गुंजायमान हो रहे है। वहीं शहर में करीब 300 से अधिक स्थानों पर दुर्गा पूजा की तैयारीया अपने अंतिम चरण में है।
नगर की सबसे प्रतिष्ठित दुर्गा पूजा में शुमार काकादेव स्थित मॉडल टाउन तथा अशोक नगर में होने वाली दुर्गा पूजाओं के पंडाल के डेकोरेशन हो गया है। मॉडल टाउन में बंगाल के 15 कारीगरो ने दुर्गा पूजा पंडाल बनाया है। वहीं अशोक नगर में होने वाली दुर्गा पूजा की तैयारियां भी जोरों पर हैं।
काकादेव स्थित मॉडल टाउन में होने वाली दुर्गा पूजा का पंडाल तैयार करने के लिए कोलकाता से राजू, महादेव, महाराज, गोलू, पोल्टू सहित 15 से अधिक कारीगर करीब डेढ़ माह पूर्व शहर आए हुए हैं।
राजू ने बताया कि पंडाल का ऊपरी हिस्सा कोलकाता के मुर्शिदाबाद के हजारी द्वार की तर्ज पर बनाया गया है, जबकि नीचे का हिस्सा लखनऊ की भूल-भुलैया की तरह बनाया गया है।
मां भगवती के प्रसाद वितरण के लिए अलग पंडाल की व्यवस्था की गई है। पंडाल को गुलाब, गेंदा व चमेली के फूलों व रंग-बिरंगी झालरों से सजाया जाएगा।
अशोक नगर में होने वाली दुर्गा पूजा कमेटी के संयोजक पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि कोलकाता में हुए डॉक्टर रेप व हत्याकांड की वजह से इस वर्ष पंडाल का कोई थीम नहीं तय किया गया है, लेकिन मां दुर्गा का पंडाल पूरी तरह से सज कर तैयार है, पूरा पंडाल वाटरप्रूफ है। जिसमें 1000 हजार से अधिक लोगों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक अलग पंडाल की व्यवस्था की गई है।
अशोक नगर दुर्गा पूजा में कई तरह की प्रतियोगिताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में फैंसी ड्रेस, म्यूजिकल चेयर, दीपक जलाओ व शंख ध्वनि कंप्टीशन के साथ आर्ट प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
संयोजक पुलक भट्टाचार्य ने बताया कि दीपक जलाओ प्रतियोगिता में एक माचिस की तीली से सबसे ज्यादा दीपक जलाने वाला विजेता होगा, वहीं जो सबसे देर तक शंख बजाएगा उसे शंख ध्वनि प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में रविंद्र नाथ टैगोर की नृत्य नाटिका ‘चंडालिका’आयोजित की जाएगी। जिसमें 15 बच्चे भाग लेंगे। वहीं कार्यक्रम में बांग्लादेशी नाटक ‘किराएदार चाहिए’ का मंचन भी किया जाएगा, जो करीब 45 मिनट का होगा। नाटक में 8 लोग सहभागिता करेंगे।