November 22, 2024
कानपुर। यह आवश्यक है कि क्रिकेट के खेल में अन्य आवश्यक भूमिकाओं, जैसे अंपायर और स्कोरर, के महत्व को नजरअंदाज न किया जाए।अंपायर और स्कोरर खेल की अखंडता बनाए रखने और निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उपरोक्त विचार सोमवार को अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट अम्पायर अनिल चौधरी ने प्रदेश भर के अम्पायर व स्कोरर्स की तीन दिवसीय कार्यशाला के अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहे। उन्होंने कहा कि मैच के दौरान अम्पा यर व स्को‍रर्स को क्रिकेट के नियमों को बनाए रखने और महत्वपूर्ण निर्णय लेने का काम सौंपा गया है। उनके निर्णय और स्कोरिंग की सटीकता खेल के नतीजे पर सीधे प्रभाव डालती है। उनके महत्व के बावजूद, अंपायरों और स्कोररों को अक्सर खिलाड़ियों के समान मान्यता और प्रशिक्षण नहीं मिलता है। अंपायरों और स्कोररों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के महत्व को पहचानते हुए, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने कमला क्लब में उनके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन में राज्य भर के विभिन्न जिलों से 60  अंपायरों व स्कोररों ने भाग लिया। कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य प्रतिभागियों को क्रिकेट में नए नियमों और विनियमों से परिचित कराना और उन्हें उनकी संबंधित भूमिकाओं के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना था। कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया गया। इस दौरान, स्थानीय अंपायरों और स्कोररों को कक्षा-आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जहां उन्हें नए नियमों को समझाने वाले वीडियो दिखाए गए। बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त अंपायर अनिल चौधरी ने प्रशिक्षण के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रशिक्षण कार्यशाला आधुनिक स्कोरिंग तकनीकों और कुशल ऑनलाइन स्कोरिंग के महत्व पर केंद्रित थी। आज के डिजिटल युग में, सटीक स्कोरिंग सर्वोपरि है, और स्कोरर मैच के हर विवरण को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिकॉर्डिंग में एक छोटी सी त्रुटि खेल के परिणाम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, सटीक स्कोरिंग सुनिश्चित करने के लिए स्कोरर्स को पूरे मैच के दौरान सतर्क और चौकस रहना चाहिए। इससे पहले कमला क्लब, स्थित डॉ गौरहरि सिंहानिया, के प्रेक्षागार में प्रदेशीय अम्पायर एवं स्कोरर कार्यक्रम का उद्घाटन, एसोसिएशन के सचिव अरविन्द कुमार श्रीवास्तव ने सबसेपरिचय प्राप्तय कर किया । इस शिक्षा कार्यक्रम में भाग लेने हेतु प्रदेश के विभिन्न जिलों के लगभग 60 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ गौरहरि सिंहानिया क्रिकेट एकेडमी के सी.ई.ओ. दीपक शर्मा के स्वागत भाषण से किया गया। तत्पश्चात् भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के शिक्षाविद् पी. जयपाल ने स्कोरर की भूमिका पर प्रकाश डाला । अंत में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक प्रेम मनोहर गुप्ता  ने उक्त कार्यशाला में पधारे हुए सभी पदाधिकारियों, शिक्षाविदों को धन्यवाद दिया एवं प्रतिभागियों को उच्च लक्ष्य निर्धारित करने की बात कही इस शुभ अवसर पर रियासत अली, निदेशक इंचार्ज एवं संयुक्त सचिव,, अम्पायर कमेटी के चेयरमैन बी.डी.शुक्ला, समिति के सदस्य अनुराग राठौर, विजय शर्मा एवं अखिलेश त्रिपाठी,  स्कोरर एसपी सिंह एवं  स्कोरर एपी सिंह उपस्थित रहे ।