
आ स. संवाददाता
कानपुर। नशेबाजी के चलते दोस्त की हत्या करके तीन युवक शव को गंगा में फेंककर भाग गए। निखिल के मर्डर का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पकड़े गए आरोपी दोस्तों ने पुलिस को बताया कि नाव में ही मटन बनाया गया और शराब पी थी। लेकिन बीच गंगा में ही मोटरबोट बंद हो गई। इसी बात को लेकर निखिल से हम लोगों का झगड़ा हुआ और फिर हमने उसे मारकर गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है ।
कैंट के सत्ती चौराहा के पास रहने वाले गंगाराम निषाद का बेटा निखिल निषाद मैस्कर घाट पर मोटर बोट चलाता था। गंगाराम के मुताबिक वो भी निखिल के साथ मिलकर बोट चलाने का काम करते थे। होली पर मोटरबोट की सेवाएं बंद थीं। होली के शाम को इलाके में रहने वाले ओमप्रकाश का बेटा समीर और उसके दो दोस्त ऋशु और दीपेंद्र उसे अपने साथ ले गए थे।
वहां सबने नाव में ही मटन बनाया और शराब पी रहे थे। जब बीच गंगा में मोटर बोट बंद हो गई तो दोस्त लोगों को लगा कि निखिल ने जान बूझकर बंद कर दी है, उसका डीजल नहीं खत्म हुआ है। इसी बात को लेकर निखिल से तीनों का झगड़ा हो गया।
तीनों युवकों ने बताया कि निखिल ने भी जमकर शराब पी थी। तीनों ने उसे मारकर गंगा नदी में फेंक दिया। फिर हम लोग घाट पर वापस आ गए।
मृतक निखिल के पिता गंगाराम ने बताया कि तीनों युवक बेटे को बहला फुसलाकर ले गए थे। इसके बाद से वह लापता हो गया था और बेटे निखिल की गंगा में लाश मिली थी।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद सत्ती चौरा कैंट निवासी समीर और उसके दो साथी बनियाबाजार निवासी दीपेंद्र और ऋशु को हिरासत में लिया है।
पूछताछ में आरोपी समीर और उसके दोनों साथी दीपेंद्र व ऋषु ने कभी आशनाई में मर्डर की कहानी बताई तो कभी नशेबाजी के विवाद में हत्या की बात कही। तीनों के अलग-अलग बयान होने के बाद सख्ती की गई तो तीनों टूट गए और तीनों ने मर्डर के पीछे का सच बताया कि मोटर बोट बंद होने पर हम लोगों को लगा कि निखिल ने जानबूझकर बोट बंद की है। जबकि उसका डीजल खत्म हो गया था। इसी बात को लेकर सबका झगड़ा हुआ और फिर तीनों ने मिलकर निखिल को मार डाला।
कैंट पुलिस ने तीनों हत्यारो को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया।