आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर के मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में अगर आग लग जाए तो लोगों को बचाया जा सकता है।सम्पूर्ण हैलट परिसर में लगभग 600 फायर सिलेंडर लगे हैं।
करीब 2 साल पूर्व हैलट के बाल रोग विभाग के एनआईसीयू में एसी का बॉयलर फट गया था, जिससे आग लग गई थी। हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की जानमाल का खतरा किसी को नहीं हुआ था। इसके बाद वहां पर सुरक्षा की दृष्टि से फायर एग्जिट बनाया गया था।
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया कि झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बाद यहां पर भी फैसला किया गया है कि सभी वार्ड में एक लॉग बुक रखी जाएगी। हर हफ्ते इलेक्ट्रीशियन की टीम वार्ड का निरीक्षण करेंगी और सभी बोर्ड व स्विच को देखेगी। यदि किसी में कोई शॉर्ट हो रहा होगा तो उसे तत्काल प्रभाव से देखा जा सकेंगा। यह व्यवस्था सोमवार से शुरू करा दी जाएगी।
मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. संजय काला ने शासन से 1 हजार फायर सिलेंडर की मांग की है । उन्होंने बताया कि ये प्रस्ताव लगभग 15 करोड़ की लागत का है। इसके आने से हैलट अस्पताल और सुरक्षित हो जाएगा और यहां के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज परिसर भी सुरक्षित हो जाएगा।
डॉ. काला ने कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए शासन को कुछ माह पूर्व ही स्काई वाक बनाने का प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव पर अभी मंथन चल रहा है। उम्मीद है कि नए साल में इसे हरी झंडी मिल जाएगी। ये प्रस्ताव लगभग 85 लाख का है।