
संवाददाता
कानपुर। यूपी में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एक्टिव मरीजों की संख्या 38 पहुंच गई है। आगरा में एक संक्रमित की मौत हो गई है। हालांकि, मरीज को हेड इंजरी भी थी। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16 नए मरीज मिले हैं।
यूपी में कोरोना संक्रमित पहले मरीज की मौत आगरा के हॉस्पिटल में हुई है। फिरोजाबाद निवासी मुसाफिर राम कूल्हे का ऑपरेशन कराने के लिए सिकंदरा स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में 24 मई को भर्ती हुए थे। 15 दिन से उन्हें बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हॉस्पिटल ने प्राइवेट लैब में उनकी कोविड जांच कराई, 26 मई को जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
फिर मरीज को सोमवार देर रात एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि मुसाफिर राम के सिर में खून का थक्का जमा था, दो साल से लंग डिजीज भी थी। तमाम और बीमारियां भी थीं। हमारे यहां कोविड की जांच सुबह होती है, लेकिन इससे पहले ही मंगलवार सुबह उनकी मौत हो चुकी थी। हम प्राइवेट लैब की रिपोर्ट को नहीं मानते हैं।
नोयडा में प्रदेश में सबसे अधिक 19 एक्टिव केस हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। वहीं, गाजियाबाद में चार माह के बच्चे समेत दो और संक्रमित मिले हैं। यहां कुल 14 एक्टिव केस हो गए हैं। इनमें से 13 होम आइसोलेशन में हैं, जबकि बच्चे को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
वाराणसी में एक साथ दो केस मिले है। आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एक रेजिडेंट और लैब ऑपरेटर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों ही फिलहाल होम आइसोलेशन में हैं। डॉक्टर्स ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। यह वाराणसी में कोरोना के नए वैरिएंट एनबी 1.8.1. का पहला केस है।
लखनऊ के आशियाना निवासी 60 साल के बुजुर्ग 7 मई से परिवार के साथ उत्तराखंड की 4 धाम यात्रा पर गए थे। 8 मई को कॉमन कोल्ड के साथ उनकी तबीयत बिगड़ी। इस बीच 12 मई को हरिद्वार में उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। उसी दिन उन्हें संजय गांधी पीजीआई में भर्ती किया गया। जहां उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। इस दौरान उनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद परिवार के लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग भी हुई। राहत की बात ये रही कि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव है।
गाजियाबाद के बृज विहार की 18 वर्षीय युवती को खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत थी। जांच में कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली थी।
वहीं, वसुंधरा में रहने वाले एक दंपती 13 मई को बेंगलुरु से लौटे थे, दोनों को खांसी और बुखार की शिकायत थी। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। जबकि वैशाली की 37 वर्षीय महिला को भी चार-पांच दिन से खांसी-जुकाम था। डॉक्टर की सलाह पर कराई गई जांच में वह भी कोविड पॉजिटिव पाई गई, महिला को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
डॉ.आरपी सिंह सुमन, डीजी मेडिकल हेल्थ ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट जे एन.1 को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है। बस सभी को सतर्क रहना होगा। सभी 75 जिलों में नए सब वैरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों में कोरोना की जांच की सुविधा मौजूद है। जरूरत पड़ने पर ऐसे मरीजों का अस्पताल में भर्ती करके इलाज किया जा सकेगा।
भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। आईसीएमआर के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे एलएफ 7, एक्स एफ जी, जे एन 1 और एन बी 1.8.1 सीरीज के हैं।