
संवाददाता
कानपुर। बिल्हौर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र के धमनी निवादा गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई। पत्नी और इकलौते बेटे की मौत से गहरे तनाव में रह रहे एक वृद्ध ने गांव के सामने रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
धमनी निवादा गांव निवासी 70 वर्षीय राम भरोसे पुत्र महावीर खेतीबाड़ी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। करीब एक वर्ष पहले उनकी पत्नी रामवती का कैंसर से निधन हो गया था। इस दुख से वह उबर भी नहीं पाए थे कि छह माह बाद उनके इकलौते बेटे रामनरेश की भी कैंसर से मौत हो गई। एक के बाद एक हुए इन दोहरे आघातों ने वृद्ध को भीतर से तोड़ दिया था।
परिवार में बहू मंजू, पौत्र नितिन व अमन और पौत्रवधू श्रष्ठी रहते हैं। ग्राम प्रधान गौरव सिंह के अनुसार पत्नी और बेटे की मौत के बाद राम भरोसे अक्सर गुमसुम रहते थे और मानसिक तनाव में रहते थे।
कल रात वह खाना खाने के बाद घर के बाहर बरामदे में लेटे थे। पास की चारपाई पर उनका पौत्र जानवरों की रखवाली के लिए लेटा हुआ था।
रात करीब 11 बजे राम भरोसे चुपचाप वहां से निकल गए। उन्होंने बिस्तर को इस तरह से सजा दिया कि देखने पर ऐसा लगे मानो कोई लेटा हुआ हो। गांव के बाहर रेलवे ट्रैक पर जैसे ही ट्रेन आई, वह उसके आगे पहुंच गए। ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
घटनास्थल के कुछ ही दूरी पर मौजूद रेलवे क्रॉसिंग पर तैनात केबिन मैन ने यह हादसा होते देखा और तुरंत गांव में सूचना दी। खबर मिलते ही परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शव की पहचान की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने विधिक कार्रवाई पूरी करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।






