March 11, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। जूही बंबुरहिया के ग्राउंड वाटर में क्रोमियम मिलने के बाद वहां हैंडपंप, सबमर्सिबल बंद कर दिए गए हैं। अब यहां नलों से ही पानी सप्लाई किया जाएगा। इसके लिए 15 वर्ष पहले डाली गई जेएनएनयूआरएम योजना के तहत का प्रयोग किया जाएगा।
जलकल जीएम आनंद त्रिपाठी ने बताया कि बीते दिनों वहाँ निरीक्षण किया गया था, यहां जेएनएनयूआरएम योजना के तहत डाली गई पाइप लाइन से वाटर सप्लाई किया जा सकता है, अभी तक इससे पानी सप्लाई नहीं किया गया है।
वहीं पानी को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने समस्या बताते हुए कहा कि पानी पीने से कई बीमारियां भी हो गई हैं। लाइनों के गैप ढूंढ़कर उनको ठीक कर पानी सप्लाई किया जाएगा। तब तक वाटर टैंकर से पानी सप्लाई किया जा रहा है। जल निगम का पत्र लिखा गया है।
एनजीटी की टीम शहर अपशिष्ट से दूषित स्थलों का निरीक्षण करने पहुंची थी। नामित विद्वान न्यायमित्र कात्यायनी के नेतृत्व में टीम ने उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड और जलनिगम के अधिकारियों के साथ गोलाघाट, जूही बंबुरहिया, राखी मंडी, अफीमकोठी के साथ ही जाजमऊ में गंगा और भूमिगत पानी के सैंपल लिए थे।
टीम ने जूही बंबुरहिया में क्रोमियम के खतरे को देखते हुए प्राइवेट व सरकारी सबमर्सिबल का पानी एकत्र किए थे। इसके साथ ही क्षेत्रीय पार्षद से क्षेत्र की जनसंख्या और सीवर व पेयजल की संपूर्ण जानकारी भी ली थी। टीम ने बिनगवां और जाजमऊ में एसटीपी के इनलेट और आउटलेट से भी पानी के नमूने लिये थे।
पानी में क्रोमियम की मात्रा ज्यादा होने से यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। क्रोमियम जहरीली भारी धातु है। क्रोमियम युक्त पानी के लंबे समय तक इस्तेमाल से कैंसर जैसे खतरनाक बीमारी हो सकती है।