February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  दबंगों ने खुद पर दर्ज मुकदमें को खत्म कराने के लिए एक अनपढ़ महिला का शपथपत्र बनवाकर उसमें उसके हस्ताक्षर कर दिए। इसके अलावा कुछ और लोगों के शपथपत्र देकर अपने केस में एफआर लगवा ली। पीड़ित ने जब पुलिस कमिश्नर से शिकायत की तब मामले में जांच होने पर फर्जी शपथपत्रों की पोल खुली। पीड़ित की तहरीर पर बाबूपुरवा थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
मुंशीपुरवा बाबूपुरवा निवासी मुबीर मलिक के मुताबिक उन्होंने 30 अक्टूबर 2023 को मारपीट, अपराधिक बल प्रयोग व जान से मारने की धमकी देने की धारा में इकबाल जफर, नाजनीन अन्सारी, अफजाल अन्सारी के खिलाफ थाना बाबूपुरवा में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस घटना की विवेचना चल रही थी, इसी दौरान आरोपियों ने विवेचक को गुमराह किया और आरोपियों ने मोहम्मद आलीशान, सुल्ताना परवीन, मोहम्मद वसीम के 16 नवम्बर 2023 को जाली व झूठा शपथपत्र देकर कर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगवा ली।
मुबीर मलिक के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने भी लापरवाही की। उन्होंने शपथपत्र में न ही हस्ताक्षर देखे और न ही शपथपत्र देने वालों में से किसी का बयान दर्ज  किया। पीड़ित के मुताबिक शपथपत्र देने वालों से जब सम्पर्क किया गया तो उन्होंने पुलिस के सामने न जाने और न ही शपथपत्र देने की बात कही।
पीड़ित के मुताबिक जिन लोगों के शपथपत्र दिए गए उनमे सुल्ताना परवीन अनपढ़ महिला है। उन्हें पढ़ना लिखना नहीं आता। वह अपना हस्ताक्षर नही कर सकती है। जबकि उनके शपथपत्र में उनके हस्ताक्षर बने हुए थे। पीड़ित के मुताबिक वो हर दस्तावेज पर अंगूठे का निशान लगाती है। इसी तरह शपथपत्र देने वाले आलीशान से आरोपियों ने आधार कार्ड की कॉपी यह कहकर ले ली थी, कि मैदान में सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए अनुमति पत्र के लिए आधार कार्ड की जरुरत है। जिससे बाकी के लोगों ने आधार कार्ड की कॉपी बिना हस्ताक्षर के आरोपियों को दे दी थी। जिससे शपथपत्र बनवाए गए थे ।
इंस्पेक्टर बाबूपुरवा के मुताबिक पीड़ित की तरहीर पर एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।