August 2, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। मृतक अधिवक्ता राजेश की हत्या पहले से ही योजना बना कर की गई थी। कल्याणपुर में अधिवक्ता राजेश सिंह की हत्या के बाद उनके बड़े भाई रंजीत सिंह ने बताया कि इलाके में अपना वर्चस्व बनाने के लिए आरोपी धीरज अपनी कार हमेशा सड़क पर ही खड़ी करता था, जब कोई उसे टोकता था तो दंपत्ति मिलकर उस पर हावी हो जाते थे। इतना ही नहीं आरोपी दिव्यांगता का फायदा उठा कर सबको दबा ले जाता था। छोटी-छोटी बातों पर पूरे मोहल्ले से लड़ने के लिए दंपत्ति खड़े हो जाते थे।
मृतक के भाई रंंजीत सिंह ने यह भी बताया कि जिस समय राजेश अपनी पत्नी क्षमा और चार साल की बेटी परी को लेकर घर से निकला था, उसी समय कार बीच सड़क में खड़ी करने को लेकर आरोपी धीरज तिवारी से मुहाचाही हुई थी। इसके कुछ देर बाद धीरज ने अपने घर पर करीब 10-12 लड़के पहले से ही बुला लिए थे।
रात में जब राजेश अपनी ससुराल से लौटा तो उसने जैसे ही धीरज की गाड़ी बीच सड़क पर खड़ी देखी तो हार्न बजाया। इसके बाद भी किसी ने जब नहीं सुनी तो राजेश ने धीरज का गेट खटखटाया।  बाहर आते ही आरोपी के परिवार ने झगड़ा शुरू कर दिया।
जो लोग धीरज के घर पर आए थे उन्होंने भी राजेश को मारना पीटना शुरू कर दिया। इसके कुछ ही देर बाद धीरज की ससुराल से करीब 40 से 50 लोग मौके पर आए और जमकर पीटा। पत्नी क्षमा पति को छोड़ने की गुहार लगाती रही। 4 साल की मासूम बेटी पिता को पिटता देख बुरी तरह से रोने लगी, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा।
धीरज की गुंडई से लोग इस कदर भयभीत है कि कोई भी व्यक्ति कैमरे के सामने आकर उसके खिलाफ बोलने के हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहा है। सभी ने दबी जुबान से बताया कि धीरज आए दिन अपनी गाड़ी को बीच रोड़ पर खड़ी करके रौब दिखाता था। इस काम में उसकी पत्नी ज्योति पूरा साथ देती थी।
अगर मोहल्ले में किसी से कोई झगड़ा हो जाता था तो उसके साले तमाम लड़के लेकर इकट्‌ठा हो जाते थे और मारपीट पर आमादा हो जाते थे। यही कारण था कि कोई भी व्यक्ति धीरज से उलझना नहीं चाहता था। 

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