
संवाददाता
कानपुर। सर्राफा कारोबारी पर फायरिंग और 50 लाख की रंगदारी मांगने वाले एक बदमाश को पुलिस ने 8 दिन बाद एनकाउंटर के बाद अरेस्ट कर लिया। एक बदमाश को पैर में गोली लगी। जबकि दूसरा बदमाश फरार हो गया।
डीसीपी साउथ दीपेन्द्र नाथ चौधरी ने बताया कि 17 जून की देर रात क्राइम ब्रांच एवं गोविंद नगर पुलिस को सूचना मिली कि घटना में शामिल आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं।
सूचना के बाद पुलिस टीमों ने गोविंद नगर में चेकिंग शुरू करी। तभी 2 संदिग्ध व्यक्ति बाइक से आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। तभी आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और भागने लगे। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की।
इसमें एक आरोपी को पैर में गोली लगी। वह घायल होकर बाइक से गिर पड़ा। जबकि दूसरा छोटू मौके से फरार हो गया। पकड़े गए आरोपी की पहचान आनंद नगर रावतपुर निवासी अनुज तिवारी के रूप में हुई है। एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ चोरी आदि के मामले में दर्ज है। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
अनिल गुप्ता उर्फ गुड्डू क्यू ब्लॉक, गोविंदनगर में रहते हैं। उनकी बिल्हौर में सेठ रामकुमार गुप्ता ज्वेलर्स के नाम से शॉप है। अनिल सप्ताह में तीन दिन- रविवार, मंगलवार और शुक्रवार को दुकान जाते हैं।
अनिल ने बताया कि रविवार यानी 8 जून को मैं शॉप बंद करके स्विफ्ट डिजायर कार से घर के लिए निकला, तभी रास्ते में एक अनजान नंबर से कॉल आई।
रिसीव करने पर कॉल करने वाले ने हैलो कहने के बाद फोन काट दिया। मैं रात 9:39 बजे घर पहुंचा और कार खड़ी की। फिर डिग्गी से सामान निकाल रहा था, तभी बाइक सवार दो नकाबपोश युवक मेरे पास से गुजरे। बाइक में पीछे बैठे युवक ने पिस्टल निकालकर मुझ पर फायर झोंक दिया।
उन्होंने बताया कि गोली उन्हें न लगकर घर के बगल में स्थित स्कूल के गेट पर जा लगी। मैंने शोर मचाया तो बाइक सवार हमलावर सीटीआई चौराहे की ओर भाग निकले।
मैंने मोहल्ले वालों को इसकी जानकारी दी। कुछ लोग वहां पहुंच गए। थोड़ी देर बाद मैं घर के अंदर चला गया। इसके बाद फिर से अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने नाम लेते हुए कहा- गुड्डू, धमाका हमने करवाया है। जिंदा रहना है तो 50 लाख रुपए का इंतजाम कर लो।
मैं बहुत परेशान हूं। इसके बाद उसने फोन काट दिया। थोड़ी ही देर बाद दोबारा कॉल आई। इस बार फोन मेरे पिताजी रामकुमार ने रिसीव किया। पूछा- रुपए कहां पहुंचाने हैं, जिसके बाद वह कुछ देर तक शांत रहा और फिर फोन काट दिया। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी अनुज ने बताया कि मैं और मेरे साथी ने कारोबारी की बिल्हौर वाली दुकान देखी थी जो अच्छी चलती थी। उसी के बोर्ड पर कारोबारी का नंबर लिखा था। जो हम लोगों ने नोट कर लिया था। रंगदारी के लिए तीन-चार बार फोन मिलाया मगर कारोबारी ने फोन नहीं उठाया।
अनुज ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि फोन नहीं उठने पर उसने अपने साथी के साथ अनिल का पीछा किया। उसके घर तक पहुंचे और वहां पर फायरिंग की। फिर आगे जाकर बाइक रोकी और उसे कॉल किया। एडीसीपी साउथ ने बताया कि पकड़े गए बदमाश से पूछताछ की जा रही है। अस्पताल से इलाज करवाने के बाद एक बार फिर आरोपी से पूछताछ की जाएगी।