कानपुर। रावतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव स्थित हर मिलाप सोसाइटी केशवपुर में रहने वाले राजेश सोनी ई-रिक्शा चलाते हैं। राजेश ने बताया कि परिवार में पत्नी सावित्री, 9 साल का बेटा अंश और दो बेटियां अंशिका व अवंतिका हैं। बेटा अंश रावतपुर गांव के पीआरके मिशन स्कूल में कक्षा पांच का छात्र था। स्कूल में डिप्थीरिया के टीके लगाए जा रहे थे, जिसे मेरे बेटे को भी लगाया गया जिसके बाद मेरे बेटे अंश (9) की हालत बिगड़ गई। उसे हैलट में भर्ती कराया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान बुधवार को मौत हो गई।
परिवार के लोगों ने वैक्सीनेशन के चलते बच्चे की मौत का आरोप लगाते हुए रावतपुर थाने में तहरीर दी है। बीते 27 सितंबर को स्कूल में डिप्थीरिया (काली खांसी) का टीकाकरण हुआ था। इस दौरान उसके बाएं हाथ में टीका लगा था। जिसके बाद से उसका हाथ नीला पड़ रहा था। एक अगस्त को छात्र की हालत बिगड़ी ।
परिवार के लोगों ने कहा- हमारा बच्चा ठीक था। वैक्सीनेशन के बाद ही मौत हो गई। उसको मार डाला गया। परिवार के लोगों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रावतपुर थाने में तहरीर दी है।
इस मामले को लेकर स्कूल के प्रबंधक कुंवर पाल सिंह ने बताया कि शासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण किया था। अन्य किसी बच्चे को अभी तक कोई समस्या नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण अधिकारी यूवी सिंह ने बताया कि टीकाकरण से अन्य किसी बच्चे की हालत खराब होने की कोई भी सूचना नहीं आई है। मामले की जांच कराई जायेगी।
रावतपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार मिश्रा ने बताया कि पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा सुरक्षित किया गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।