November 22, 2024

कानपुर। सैकड़ों वर्षों की तपस्या और छह दिसम्बर 1992 में कारसेवकों द्वारा किये गये अभूतपूर्व कार्य का परिणाम है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है। 22 जनवरी को जब श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो वह क्षण पूरी दुनिया भर में बसे हिन्दुओं के लिए गर्व भरा होगा। इस क्षण को हम सभी को उत्सव जैसे मनाना है और यह भी देखना होगा कि कोई भी हिन्दू का घर इससे वंचित न हो सके। दिन भर तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना है उसमें अपनी सहभागिता दें, 22 की शाम पूरी तरह से राम के नाम करना है और राम ज्योति जलाकर अपना काम पूर्ण करें। यह बातें मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत के प्रांत प्रचारक श्रीराम जी ने कही।

अयोध्या में 22 जनवरी  को हो रहे श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर मंगलवार को विश्व हिन्दू परिषद की ओर से बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कालेज बेनाझाबर में मंदिर मठ के साधु संतो की बैठक हुई। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत के प्रचारक ने कहा कि करीब पांच सौ वर्ष तक हमारे पूर्वज उन ताकतों से संर्घष करते रहे जो भगवान श्रीराम को अपनी ही भूमि में नहीं देखना चाहते थे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और साधु संतों के आशीर्वाद से कारसेवकों ने छह दिसम्बर 1992 को संघर्ष का एक चरण पूरा कर लिया। इसके बाद चली न्यायिक प्रक्रिया में चाहते हुए भी न्यायाधीश फैसला नहीं दे पा रहे थे। इस बीच शाखा के लोग जब लोकतंत्र के शिखर पर पहुंचे तो धीरे धीरे पूरा माहौल बदलने लगा और न्यायाधीशों का डर खत्म हो गया। फैसला आने पर राष्ट्र और विश्व के कल्याण के लिए राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा भव्य राम मंदिर बन रहा है और 22 जनवरी को श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। इस आयोजन को हम सभी को उत्सव के रुप में मनाना है। ऐसा कोई हिन्दू  घर न छूटे जहां पर उत्सव जैसा माहौल न हो। हर घर पर ध्वज लगा होना चाहिये और शाम को राम ज्योति जरुर जलना चाहिये। यह उत्सव किसी एक संगठन का नहीं है और सभी को मिलकर मनाना है। कोई भी हिन्दू निष्क्रिय न रहे और इस उत्सव को जय पराजय की दृष्टि से नहीं देखना है। शहर के सभी मंदिरों में साज सज्जा के साथ कार्यक्रमों का आयोजन करना है। सड़कों के किनारे सभी पोलों पर केसरिया ध्वज लगा होना चाहिये। कुछ लोग अपने को शोषित वंचित मानते हैं हालांकि हम नहीं मानते हमारे लिए सभी हिन्दू है उनके बीच जाकर पद यात्रा और प्रभात फेरी के जरिये उनमें जागृति लानी है। यह अवसर पर सम्पूर्ण हिन्दू समाज को जोड़ने का अवसर है। विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से आग्रह है कि निर्देशित करें कि उस दिन हर बच्चा एक दीपक लेकर जरुर आये। सभी मंदिरों में एलईडी लगवाएं और दिनभर सुन्दर कांड पाठ या हनुमान चालीसा आदि के कार्यक्रम होते रहें। आपको यह नहीं देखना कि कौन किस पार्टी से जुड़ा है अगर हिन्दू है तो उसके पास जरुर जाना है। उससे आग्रह करना है कि यह दिन भगवान श्रीराम के उत्सव का दिन है इसमें आपकी भी सहभागिता होनी चाहिये। हमें विश्वास है कि इस भाव से वह जरुर आपके साथ जुड़ेगा और हर हिन्दू के घर पर उत्सव जरुर मनेगा। इस दौरान विहिप कानपुर प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री परेश्वर जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत के प्रांत संघचालक भवानी भीख जी, अरुण चैतन्य पुरी महाराज सहित प्रमुख मठ मंदिरों के महंत मौजूद रहें।

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