
संवाददाता
कानपुर। गुजैनी थानाक्षेत्र में 11वीं की छात्रा ने संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। देर रात परिजन लौटे तो दरवाजा तोड़ने पर उसका शव फंदे पर लटकता मिला। परिजनों ने फफकते हुए बताया कि मरने से पहले बेटी ने छोटे भाई के साथ खाना खाया था। फिर कमरे में जाकर फंदा लगा लिया।
बिहारी पुरवा निवासी दिलीप सिंह चौहान घर के पास ही पान मसाले और मूंगफली की दुकान चलाते है। उनकी 17 वर्षीय छोटी बेटी रिया 11 वीं की छात्रा थी। परिवार में बड़ी बहन रिद्धिमा है जो अमौसी एयरपोर्ट पर जाॅब करती है, जबकि मां अरुणा देवी और एक बेटा जयवीर है।
देर रात दिलीप सिंह पत्नी अरुणा देवी के साथ घर लौटे तो रिया को आवाज दी लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला जिसके बाद पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया तो बेटी का शव फंदे पर लटकता मिला। परिजन रिया को फंदे से उतारकर उसे पास के निजी अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता ने बताया कि बेटी मेधावी थी, हाईस्कूल में अच्छे अंक आने पर उसे दशहरे के मौके पर क्षत्रिय महासभा की ओर से साइकिल दी गई थी। सुबह बेटी 3 हजार के कपड़े खरीद कर लाई थी, इसके बाद भाई के साथ खाना खाया था।
गुजैनी थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि फोरेंसिक टीम को मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है वहीं परिजन भी आत्महत्या का कारण नहीं बता सके।





